Rajasthan News: क्या राजस्थान की बाड़मेर सीट पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र भाटी की मदद की? यह सवाल कई दिनों से तैर रहे हैं. अब खुद गहलोत ने इसका जवाब दिया है. अशोक गहलोत का कहना है कि मैं तीन बार बाड़मेर अपनी पार्टी के प्रत्याशी के प्रचार में गया हूं. रविंद्र भाटी से मैं कभी नहीं मिला और न मैं उन्हें जानता हूं. जब जानता ही नहीं हूं तो फिर मदद करने की बात कहां से आती है. देश में ऐसे लोग भी राजनीति कर रहे हैं जिनको ठीक से आरोप लगाना भी नहीं आता.


दरअसल, यह दावा किया जा रहा था कि अशोक गहलोत ने रविंद्र भाटी की मदद की. इसके लिए एक गाड़ी की तस्वीर का हवाला दिया गया था. यह दावा किया गया था कि उस गाड़ी का इस्तेमाल अशोक गहलोत को बाड़मेर लाने के लिए किया गया था. 


लोगों को आरोप लगाना भी नहीं आता- गहलोत
'द लल्लनटॉप' से बातचीत में अशोक गहलोत ने इन आरोपों पर कहा, ''मैं तो तीन बार बाड़मेर गया हूं. वहां पार्टी के उम्मीदवार के लिए गया था.  अफवाह चल सकती है. मैं तो उस उम्मीदवार (रविंद्र भाटी) से मिला भी नहीं हूं. सदन में विधायक हूं लेकिन जानता नहीं हूं उन्हें. मेरी कभी मुलाकात नहीं हुई. भीड़ में हुई होगी तो नहीं कह सकता. कौन क्या है नहीं जानता. जानता भी नहीं हूं और पहचानता भी नहीं हूं. जानता ही नहीं तो संबंध कैसे हो सकते हैं. ऐसे भी लोग राजनीति में हैं जो ठीक से आरोप लगाना नहीं जानते हैं.''


पीएम मोदी पर अशोक गहलोत का हमला
अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है. पीएम मोदी खुद अपने मैनिऱफेस्टो की बात नहीं करते बल्कि वह कांग्रेस के मैनिफेस्टो की बात करते हैं. कहते हैं कि यह मुस्लिम लीग का मैनिफेस्टो है. पीएम का पद बहुत बड़ा होता है और पूरा देश उनसे प्रेरणा लेता है. हर शब्द प्रेरणा लेने वाला होना चाहिए. उन्हें क्या हो गया है पता नहीं. माहौल देखकर शायद वह घबरा गए हैं. हर संटेंस उनकी पार्टी को डैमेज कर रहा है.


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