Bharatpur Lok Sabha Election 2024: देश में लोकतंत्र का महापर्व लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण का मतदान हो गया है. राजस्थान में 12 लोकसभा सीट पर मतदान हुआ है. लोकसभा के चुनाव में चुनाव आयोग द्वारा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए काफी प्रयास किए, लेकिन मतदान साल 2019 के लोकसभा चुनाव से कम हुआ है. मतदान प्रतिशत कम होने से राजनीतिक पार्टियों के समीकरण बिगड़ रहे हैं. 


भरतपुर लोकसभा सीट पर 52.69 प्रतिशत मतदान हुआ है. जबकि साल 2019 में 58.86 प्रतिशत मतदान हुआ था. भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में मतदान कम होने का मुख्य कारण यह माना जा रहा है की दोनों ही प्रमुख पार्टियों के कार्यकर्ता क्षेत्र में नजर नहीं आये. कांग्रेस पार्टी के तो कार्यकर्ता है ही नहीं. प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी तब भी कांग्रेस के कार्यकर्ता नदारद थे. अब भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस विधायक नहीं है. 


भरतपुर में नजर नहीं आये कार्यकर्ता 
जिस तरह भारतीय जनता पार्टी ने पन्ना प्रमुख से लेकर मंडल प्रमुख और सभी जगह प्रभारी लगाये प्रत्येक बूथ के लिए टीम का गठन किया है. लेकिन कल हुए मतदान में बीजेपी के कार्यकर्ता मतदाताओं को बूथ तक लाने में सफल नहीं हुए है. मतदान कम होना बीजेपी के लिए अच्छा सन्देश नहीं है. 


मतदान कम होने के मुख्य कारण  
राजस्थान में वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में लगभग 75 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन लोकसभा चुनाव में मतदाता बूथ तक क्यों नहीं पहुंचा तो सामने आया है की भरतपुर लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है इसलिए अन्य जाति के लोगों का रुझान कम ही रहता है. दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ता सुस्त रहे. मतदाता को घर से बाहर नहीं निकाल पाए. एक कारण यह भी माना जा रहा है की 18 - 19 अप्रैल की शादियां अधिक थी. लोग शादियों में व्यस्त थे. साथ ही गर्मी के कारण भी लोग घर से बाहर नहीं निकले तापमान लगभग 41 डिग्री तक पहुंच गया और मतदाता को घर में ही रहने को मजबूर कर दिया. गर्मी के कारण भी मतदान कम होने का कारण माना जा रहा है. 


सब की नजर मतगणना पर 
अब सभी की नजर 4 जून को होने वाली मतगणना पर है क्यों की भरतपुर लोकसभा की आठों विधानसभा पर हुए मतदान प्रतिशत ने सभी के दिल की धड़कन बढ़ा दी है. अब दोनों ही प्रत्याधियों के समर्थक जीत हार का दावा करने से पीछे हट रहे है. अब सभी की नजर 4 जून को होने वाली मतगणना पर है. हालाँकि कुछ बुजुर्गों का कहना है की जब - जब मतदान का प्रतिशत बढ़ता है तब - तब बीजेपी को फायदा हॉट अहइ और मतदान कम होना कांग्रेस के लिए अच्छा माना जाता है. 


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