Rajasthan Congress News: गुटबाजी की शिकार राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. सार्वजनिक मंच से अपनी बात को अलग अंदाज में कहने वाले सांगोद विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह (Bharat Singh) के तेवर आए दिन तीखे होते जा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सुनवाई नहीं होने पर विधायक भरत सिंह ने फिर अपनी ही पार्टी को घेरा. उन्होंने इस बार सीधे तौर पर कांग्रेस को राजस्थान में खींचतान और भ्रष्टाचार पर कटघरे में खड़ा किया है. भरत सिंह ने रावण के पुतले से राजस्थान में भ्रष्टाचार खत्म करने की बात कही.
'रावण की छाती पर लिखा संदेश चिंतन योग्य'
भरत सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्रकर कहा है कि मैंने कोटा कार्यालय के कमरे में एक रावण का पुतला रखा है. रावण की छाती पर भ्रष्टाचार के खिलाफ संदेश लिखा हुआ है. बीजेपी शासन में 5 साल तक इस पुतले का इस्तेमाल प्रदर्शनों में हमने खूब किया था. रावण की छाती पर लिखा संदेश चिंतन योग्य है.
भरत सिंह ने अब अपनी ही पार्टी को घेरा
रावत के पुतले पर लिखा है कि जानते हुऐ गलती करना गलत है. उस गलती को छुपाना ज्यादा गलत है. गलती की जानकारी उच्च अधिकारी को होने पर चुप रहना मिलीभगत है. विभाग का मुखिया यदि चुप है तो मिलीभगत के साथ भ्रष्टाचार भी है. पद का अहंकार ही जनता को कष्ट देता है. यह सब कुछ प्रदेश के वर्तमान गृह मंत्री के लिए चिंतन का विषय होना चाहिए. कृपया भ्रष्ट भाया को संरक्षण प्रदान करना बंद करें.