राजस्थान में बीजेपी की सरकार है और डीग जिले की कामा विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक नौक्षम चौधरी ने प्रधान के उपचुनाव में अपनी ही सरकार के एक मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा है कि दो दिन पहले हुए पंचायत उप चुनाव में मंत्री ने अपनी ही बीजेपी पार्टी के खिलाफ षड़यंत्र रचा, जिससे बीजेपी के लोग चुनाव हार जाएं.
दरअसल, रविवार 24 अगस्त को डीग जिले के कामा और पहाड़ी पंचायत समिति के कांग्रेस के प्रधानों का निष्कासन होने के बाद, दोनों पंचायत समिति के प्रधान पद के उप चुनाव हुए थे. जहां दोनों जगह उप चुनाव हुए और बीजेपी के प्रत्याशी चुनाव जीतकर प्रधान बने.
नौक्षम चौधरी ने बीजेपी के एक मंत्री पर जमकर निशाना साधा
कामां विधानसभा सीट से विधायक नौक्षम चौधरी ने कहा कि हमारी पार्टी चुनाव जीती, मगर हमारी सरकार के एक मंत्री ने पार्टी को चुनाव हराने का षड़यंत्र रचा था. वह चाहते थे कि कामा पंचायत समिति प्रधान पर उनकी समाज, गुर्जर से प्रधान बने.
कामां विधानसभा से बीजेपी विधायक नौक्षम चौधरी ने आज कामां और पहाड़ी प्रधान पद पर बीजेपी के प्रधान बनने के बाद पत्रकार वार्ता का आयोजन कर किसी का नाम लिए बिना बीजेपी के एक मंत्री पर जमकर निशाना साधा.
मंत्री पर प्रधान बदलने पर सवाल उठाया
बीजेपी विधायक नौक्षम चौधरी ने कहा कि राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने नगर पंचायत समिति में कांग्रेस का प्रधान लगाया हुआ है, जिसे वह हटाकर वहां अपनी समाज के किसी व्यक्ति को प्रधान क्यों नहीं बनाते. कामां में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया, बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी को कांग्रेस ने समर्थन दिया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पूर्व मंत्री जाहिदा खान ने कहा था कि उन्होंने यानी नौक्षम ने उनके पुत्र व पुत्री को प्रधान पद से हटाने की साजिश रची, लेकिन ऐसी कोई साजिश नहीं रची गई थी. बल्कि दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच चल रही थी. जांच में भ्रष्टाचार पाए जाने के बाद उन्हें हटाया गया है.
गुर्जर समाज से हाथ जोड़कर प्रधान बनाने की अपील
बीजेपी विधायक ने प्रेस से वार्ता करते हुए कहा कि मैं बीजेपी की आम कार्यकर्ता हूं और संगठन से जुड़ी हुई कर्मठ कार्यकर्ता हूं. यह चुनाव दो गठबंधनों का था. कांग्रेस के पूर्व प्रधान, कांग्रेस के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री, और गठबंधन में बीजेपी के पूर्व प्रधान और बीजेपी के वर्तमान विधायक और मंत्री यह गठबंधन था.
उन्होंने कहा कि जिसने पार्टी के विरोध में जाकर काम किया. मेरा किसी व्यक्ति विशेष से मतभेद हो सकता है, ना कि किसी समाज से. मैं 36 बिरादरी की राजनीति करती हूँ. यहां पर गुर्जर समाज की 3 बार पंचायत हुई थी, जहां मैंने उनसे हाथ जोड़कर निवेदन किया था कि आपके पास 5 मेंबर हैं, उनमें से मुझे 4 मेंबर में से किसी एक को दे दो, मैं उसे प्रधान बना दूंगी. मैं गुर्जर समाज के साथ कल भी थी, आज भी हूं और कल भी रहूंगी.
बीजेपी में भी आपसी फूट के हालात नजर आ रहे
नौक्षम चौधरी ने कहा कि प्रधानि के चुनाव में हमने कांग्रेस के व्यक्ति को बीजेपी ज्वाइन करवाकर चुनाव लड़वाया है, लेकिन नगर में आपने कांग्रेस के प्रधान को क्यों बैठाया हुआ है. भरतपुर लोकसभा में जितने भी बीजेपी के विधायक हैं. उन्होंने अपने विधानसभा इलाके में कांग्रेस के प्रधान हटाए हैं और बीजेपी समर्थित प्रधानों को बनाया है.
उन्होंने कहा कि मंत्री जी, आप भी अपने समाज में से किसी को प्रधान बनाइए. गौरतलब है कि जिस तरह से पिछली कांग्रेस सरकार में आपसी फूट सामने आई थी, उसी तरह आज बीजेपी में भी आपसी फूट के हालात नजर आ रहे हैं, जहां एक विधायक अपनी ही सरकार के मंत्री का कारनामा उजागर कर रही है.