Udaipur-Ahmedabad Railway Track: गुजरात (Gujarat) और इसके बाद राजस्थान (Rajasthan) में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. देश की निगाहें इन दोनों राज्यों के चुनाव और इसके परिणाम पर टिकी हुई हैं. कांग्रेस (Congress), बीजेपी (BJP) हो या दूसरी पार्टियां, सभी जोर लगा रही हैं. इस बीच 14 साल के इंतजार के बाद उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन (Udaipur Ahmedabad Broad Gauge Conversion Railway Track) तैयार हो चुका है और इसी महीने इसका उद्घाटन भी हो सकता है. इसका सीधा असर मेवाड़-वागड़ और अहमदाबाद के बॉर्डर से जुड़े 12 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों के वोटर पर पड़ेगा. इस उपलब्धी को बीजेपी चुनाव में उपयोग करेगी, क्योंकि यही वह रेलवे ट्रैक है, जो उदयपुर को सीधा मुम्बई और दक्षिण से जोड़ेगा.

 

रिपोर्ट्स के मुताबिक 22 अक्टूबर को गुजरात में चुनाव आयोग की बैठक है. इसके बाद राज्य में आचार संहिता लागू हो सकती है. ऐसे में बीजेपी के कद्दावर नेता उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन को 20 अक्टूबर से पहले शुरू करने की कोशिश में है, क्योंकि रेलवे की तरफ से कहा जा चुका है कि इनका काम पूरा हो गया है. यही नहीं 19 अक्टूबर को पश्चिमी रेलवे का अहमदाबाद में एक बड़ा कार्यक्रम है, जहां से भी इसकी शुरुआत की जा सकती है. हालांकि, बीजेपी नेता इसे उदयपुर से भी शुरुआत करने की शिफारिश में लगे हुए हैं. अभी कार्यक्रम फिक्स नहीं हुआ है कि यह कब और कहा से शुरू होनी है?

 


 

क्यों महत्वपूर्ण है यह रेलवे ट्रैक?

राजनीतिक या लोगों की सुविधा की दृष्टि से देखें तो ब्रॉड गेज रेलवे ट्रैक हर तरह से महत्वपूर्ण है. इस ट्रैक से राजस्थान के औद्योगिक शहरों का अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत सहित गुजरात के सभी शहरों से जुड़ाव हो जाएगा. साथ ही स्टूडेंट, नौकरी करने वाले और वर्कर सहित दूसरे लोग जो हर दिन उप-डाउन करते हैं, उनके लिए सुलभ होगा. राजनीतिक दृष्टि से देखें तो यह रेलवे ट्रैक राजस्थान के उदयपुर शहर, उदयपुर ग्रामीण, सलूम्बर, खेरवाड़ा, डूंगरपुर सहित दूसरे और गुजरात की भीलूड़ा, मोडासा, हिम्मतनगर, प्रांतिज, दहेगाम, गांधीनगर दक्षिण और मणिनगर विधानसभा क्षेत्र से होकर गुजरेगी. रिपोर्ट्स के अनुसार इन विधानसभा की एक करोड़ से ज्यादा जनता को लाभ मिलेगा.

 

एक नजर उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन पर

आपको बता दें कि साल 2009 में यह परियोजना स्वीकृत हुई थी, जिसमें अब तक करीब 2,136 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. 6 साल पहले यह ट्रैक मीटर गेज था, जिससे उदयपुर से अहमदाबाद जाने में करीब 10 घंटे लगते थे, लेकिन इसके चलने के बाद 5 घंटे में पहुंच जाएंगे. यह 209 किलोमीटर लंबा ट्रैक है. रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि अभी कोई तारीख फिक्स नहीं हुई है और रेलवे की तरफ से काम पूरा हो चुका है.