Jodhpur News: आईआईटी जोधपुर में शुक्रवार (12 मई) को भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा प्रायोजित आयुर्टेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) का उद्घाटन किया गया. सीओई आयुर्टेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस व आईआईटी जोधपुर के स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस विभाग में स्थापित किया गया हैं.आयुर्टेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस सेंटर को स्थापित करने का उद्देश्य लोगों को बीमारी के उपचार के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा एग्जैक्ट ट्रीटमेंट करवाना है.


आयुर्टेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्य अतिथि वेद राजेश कोटेच सचिव आयुष मंत्रालय भारत सरकार, व प्रोफेसर शांतनु चौधरी निदेशक आईआईटी जोधपुर के संस्थान की फैकल्टी व कर्मचारियों की उपस्थिति में किया गया.सेंटर फॉर आयुर्टेक स्वास्थ्य चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी एक खास पहल है. जिसके अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल स्वास्थ्य एआई और बहु ओमेक्स प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हुए.साक्ष्य आधारित आयुर्वेद के समाधान को खोजने पर कार्य किया जाएगा.


स्वदेशी प्रौद्योगिकी को विकसित करने में मिलेगी मदद 
आयुर्वेद विज्ञान स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के भविष्य उद्घाटन समारोह के दौरान भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेच ने कहा कि आयुर्विज्ञान स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का भविष्य है.इस पहल के लिए में आईआईटी जोधपुर को बधाई देता हूं.आशा करता हूं कि इससे शोधकर्ताओं को स्वदेशी प्रौद्योगिकी को विकसित करने में मदद मिलेगी.मुझे यकीन है कि आने वाले वर्षों में यह केंद्र बड़े पैमाने पर जनता की भलाई के लिए विभिन्न शोध परियोजनाओं को सफल परिणामो में बदलेगा.


ट्रांसडिसीप्लिनरी विशेष प्रोग्राम में करेगा मदद 
आईआईटी जोधपुर द्वारा आयुर्वेद केंद्र के लिए लगभग 3760 वर्ग फीट का एक निर्मित भवन प्रदान किया गया है.जिसका उपयोग शोध टाइपिंग मॉड्यूलर बायोलॉजी केमिस्ट्री, डिवाइस डेवलपमेंट, फेब्रिकेशन व कैरक्टराइजेशन आदि में किया जाएगा.तकनीकी समावेश के लिए यह जगह आयुर्वेद के अलग-अलग क्षेत्रों में क्षमता निर्माण को सार्थक करेगा.ट्रांसडिसीप्लिनरी डोमेन और रोजगार क्षमता बढ़ाएगा.इस नवाचार और उद्यमिता के अवसर प्रदान करेगा.ट्रांसडिसीप्लिनरी (trans-disciplinary) विशेष प्रोग्राम में मदद भी करेगा.


IIT Jodhpur जोधपुर के निदेशक(Director) प्रोफेसर शांतनु चौधरी ने आयुर्टेक सीओई के बारे में बात करते हुए कहा कि आयुर्टेक और प्रौद्योगिकी का सहयोग एकीकृत दवाओं के एक नए चिकित्सा क्षेत्र को मुख्यधारा में ला सकता है. इस केंद्र की विचारधारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डाटासाइंस का उपयोग करके सस्ती कीमत पर व्यक्ति केंद्रित दवा पर काम करना है.आयुर्टेक सीओई शोध में इस बात को प्राथमिकता देगा की बीमारी का इलाज करने के बजाय इस बात पर शोध किया जाए कि कैसे सुनिश्चित करें कि लोगों को कोई बीमारी ना हो.


सीओई आयुर्टेक में आईआईटी जोधपुर का बायो साइंस, बायोइंजीनियरिंग विभाग, कंप्यूटर विज्ञान, इंजीनियरिंग विभाग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग और रसायन विज्ञान विभाग की जांच, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ आयुर्वेद और जोधपुर एम्स के डॉक्टरों के साथ सहयोग करेंगे.


यें लोग होंगे शामिल, इस परियोजना में 
आईआईटी जोधपुर के बायोसाइंस व बायोइंजीनियरिंग विभाग की प्रोफेसर डॉक्टर मिताली मुखर्जी और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर विभाग के प्रोफेसर डॉ अजय अग्रवाल संयुक्त रूप से इस परियोजना का संबंध व्यक्त कर रहे हैं.इसके अतिरिक्त स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस(AIDE) सहित जोधपुर आईआईटी के अलग-अलग विभागों से सक्षम फैकल्टी जिनके पास इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल है.वह इस परियोजना में शामिल होंगे.


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