राजस्थान में कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर सामने आई है. सोमवार (6 अक्टूबर) को अजमेर में आरटीडीसी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ के विवादित पोस्टर पेशाब घर में लगने को लेकर विवाद हो गया. पोस्टर में राठौड़ को 'दलाल' और 'चोर' बताया गया है. इसके बाद सियासत गरमा गई है.

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पोस्टर में लिखा गया देश में 'वोट चोर गद्दी छोड़' और 'दलाल व चोर अजमेर छोड़' के साथ राठौड़ की फोटो और नाम लिखा. वहीं रविवार (5 अक्टूबर) भी शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यवेक्षक अशोक तंवर की मौजूदगी में कांग्रेस के दोनों गुट आमने-सामने हो गए थे. कांग्रेस की आपसी लड़ाई अब सड़क पर भी नजर आने लगी है. हालांकि यह पोस्टर किसने लगवाए इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है.

अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं राठौड़

आपको बता दें धर्मेंद्र सिंह राठौड़ अशोक गहलोत के नजदीकी माने जाते हैं और वह इन दिनों अजमेर में सक्रिय है ऐसे में उनके नाम की चर्चा अजमेर शहर जिला अध्यक्ष में भी मानी जा रही है जिसको लेकर बैठक के दौरान आपसी नाराजगी सामने आई.

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लाडनूं में अचानक बदला पार्टी का वैन्यू

एक ऐसा ही मामला रविवार (5 अक्टूबर) को लाडनूं ब्लॉक की बैठक में सामने आया, जहां विधायक मुकेश भाकर चाहते थे कि उनके विधायक आवास पर ही इस बैठक का आयोजन हो जाए. इस बात को लेकर एआईसीसी पर्यवेक्षक अमी याग्निक ने नाराजगी जाहिर करते हुए विधायक आवास पर बैठक करने से मना कर दिया.

आनन फानन में विधायक मुकेश भाकर ने दूसरी व्यवस्था करते हुए एक विवाह स्थल में बैठक का आयोजन किया. जहां पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पर्यवेक्षक को जिला अध्यक्ष के नाम को लेकर सुझाव दिए.

चलाया जा रहा संगठन सृजन अभियान 

गौरतलब है कि ये सब ऐसे समय में हो रहा है जब राहुल गांधी के आह्वान पर पूरे देश भर में संगठन सृजन अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के माध्यम से कांग्रेस के संगठन के ढांचे को मजबूती देने के प्रयास किया जा रहे हैं. राहुल गांधी की मंशा है कि संगठन को मजबूत करने के लिए स्थानीय नेता नहीं बल्कि जमीनी कार्यकर्ता की बात को वरीयता दी जाए.