Rajasthan News: राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के मिलावटी और नकली खाद निर्माण इकाइयों पर छापेमारी और औचक निरीक्षण अभियान के तहत निर्देशानुसार जयपुर कृषि आयुक्तालय के संयुक्त निदेशक कृषि आदान नवल किशोर मीणा के नेतृत्व में छापेमार कार्रवाई की गई.

यह कार्रवाई भीलवाड़ा में ओस्तवाल फोस्फोम कंपनी लिमिटेड, औज्याड़ा, इण्डियन पोटाश लिमिटेड, और गायत्री स्पिनर लिमिटेड हमीरगढ़ में स्थित फैक्ट्री पर की गई. कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक विनोद कुमार जैन ने बताया कि संयुक्त निदेशक कृषि आदान के नेतृत्व में ओस्टवाल कंपनी पर बड़ी कार्रवाई की गई.

तुरंत नमूने लेने के निर्देश दिए

इसमें उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत फैक्ट्री में निर्मित सिंगल सुपर फास्फेट के वैग नीचे धरातल पर रखे होने से नमी जाने से उर्वरक खराब होने का अंदाजा रहता है. जिसके लिए तुरंत ही नमूने लेने के निर्देश दिए और प्रयोगशाला में मानक पाए जाने के उपरांत ही विक्रय करने के निर्देश दिए.

प्रयोगशाला में विश्लेषक की योग्यता और उर्वरक निर्माण की भी जानकारी ली जिसमें विश्लेष को 3 साल में एक बार केंद्रीय उर्वरक नियंत्रण संस्थान फरीदाबाद में प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए साथ ही टीम श्रमिकों के कार्य के घण्टे और सिंगल सुपर फॉस्फेट निर्माता प्रक्रिया की जानकारी ली.

38000 बैग के विक्रय पर लगाई रोक

टीम ने इंडियन पोटाश लिमिटेड फैक्ट्री में निरीक्षण के दौरान सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक के बैग बैच वाइज निर्धारित लोट अनुसार संग्रहण नही करने और बैच नंबर प्रिंट में कटिंग होने पर फैक्ट्री में स्थित सिंगल सुपर फॉस्फेट के 38000 बैग के विक्रय पर रोक लगाई गई. गायत्री स्पीनर कम्पनी लिमिटेड में स्टॉक रजिस्टर में काट-छांट पाये जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.

टीम के फैक्ट्री में पहुंचने के उपरांत स्थानीय कृषि विभाग की टीम को सूचित किया गया. इस पर अतिरिक्त निदेशक कृषि भीलवाड़ा खंड इन्द्र सिंह संचेती, संयुक्त निदेशक कृषि विनोद कुमार जैन, उपनिदेशक उद्यान डॉ. शंकर सिंह राठौड़, सहायक निदेशक कृषि डॉ. धीरेन्द्र सिंह राठौड़, सहायक निदेशक किशन गोपाल जाट, कृषि अधिकारी सिद्धार्थ सोलंकी, कृषि अधिकारी प्रियंका पारीक और कृषि अधिकारी कजोड़ मल गुर्जर मौके पर पहुंचे.

ओसवाल खाद निर्माण इकाइ ने की प्रेस वार्ता

कृषि विभाग की टीम ने सिंगल सुपर फॉस्फेट के नमूने आहरित किए. टीम ने भविष्य में उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत निर्धारित तय मापदंडों के अनुसार ही उर्वरक निर्माण करने के निर्देश दिए. साथ ही स्थानीय उर्वरक निरीक्षकों को समय-समय पर सघनता से निरीक्षण करने और अवहेलना पाए जाने पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

ओसवाल खाद निर्माण इकाई के डायरेक्टर आर पी ओसवाल ने कांची रिसॉर्ट में प्रेस वार्ता आयोजित कर राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा से की जा रही कार्यवाही का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी इकाई में हुए औचक निरीक्षण में किसी प्रकार की अनियमितता नहीं मिली हैं.

6 हजार खाद के थैलों को रोका गया

आर पी ओसवाल  ने कहा बीते दिनों हुई उतरी दिशा से आई बारिश के चलते कुछ खाद के थैलों में सन्द अगई थी. जिन्हें हटाने ओर उन्हें नहीं बेचने के निर्देश दिए है लगभग 6 हजार खाद के थैलों को रोका गया हैं. वही उनकी इकाई विगत 25 सालो से कार्यरत है और उनकी लेबोरेट्री के साथ ही कृषि विभाग में सेंपल जांच के बाद ही किसानों को बेचने के लिए बाजारों में सप्लाई के लिए भेजा जाता है.