Bhilwara News: पर्यावरण संरक्षण और जागरुकता को लेकर इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स का जुनून लोगों के लिए मिसाल बन गया. ये इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ वातावरण को साफ- सुथरा रखने के लिए पेड़ पौधे लगा रहे हैं और अपनी जेब खर्च से उनकी देखभाल भी कर रहे हैं. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के मांडल में इंजिनियरिंग की पढ़ाई करने वाले 35 विधार्थियो ने ट्री स्ट्रीग क्लब के नाम से एक ग्रुप बनाया है. ये ग्रुप मांडल के चारों दिशाओं में स्थित मोक्षधाम, राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण, उपखंड कार्यालय सहित सड़क के दोनों किनारों पर 5000 से अधिक की तादाद में पौधे लगा चुके हैं.


इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स का ये ट्री स्ट्रीग क्लब हालिया दिनों में मांडल में छोटे पुष्कर के नाम से प्रसिद्ध धर्म तलाई धोवनी नाड़ी मार्ग पर लगाए हैं. इन पौधों की देखभाल वे खुद कर रहे हैं. वे पढ़ाई से समय निकालकर पौधों को पानी देने के काम के साथ, उनकी सुरक्षा के लिए चारों तरफ ट्री गार्ड भी वे खुद ही लगा रहे हैं. इसको लेकर ग्रुप के एक सदस्य पुष्कर सोनी ने बताया कि बचपन में दादाजी द्वारा बताई बातें कि बड़ और पीपल के पौधे लगाने से 300 यज्ञ का पुण्य प्राप्त होता है, ये बात जेहन में घर कर गई और पौधों को लगाने का जुनून शुरु हो गया. 


ग्रुप के सदस्य ने बताया क्या है उद्देश्य?


पुष्कर सोनी ने बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई, किताबों और चर्चाओं से हट कर हमने स्टूडेंट्स का एक ग्रुप बनाया है. इस ग्रुप से सिर्फ इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले युवा साथी जुड़े हैं, इसमें कुल 35 सदस्य हैं. उन्होंने बताया कि पुराने जमाने में काफी पेड़ पौधे होते थे, जिसके आस- पास लोग बैठते थे. बच्चे इसकी छांव में खेलते थे. वर्तमान में पेड़ों की कमी के कारण बच्चों को वह माहौल नहीं मिल रहा है. इसी को लेकर हम लोगों ने थ्री सॉन्ग्स करके एक ग्रुप बनाया है. पुष्कर ने बताया कि ट्रिगर्स मीन्स की ट्री के साउन्ड स्विंग करने के साथ, पक्षियों और पशुओं को रहने के लिए घर मिले. 


अपने उद्देश्यों को बारे में बताते हुए पुष्कर सोनी ने बताया कि पर्यावरण को साफ सुथरा बनाने के लिए हम लोग हर साल पौधे लगाते हैं. पौधों की देखभाल भी ग्रुप के सदस्य मिलकर करते हैं, जैसे पौधों को पानी देना, उनकों कपड़ों  से घेरना जिससे पशु उन्हें नुक्सान न पहुंचायें. साथ ही जरुरत पड़ने पर पौधों को कंटीली झाड़ियों से घेर देते हैं. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हर वर्ग का युवा आगे आए और एक पेड़ लगाने का संकल्प ले. जिससे देश और दुनिया में हम लोग मांडल को और आने वाली जेनरेशन को एक अच्छा एनवायरनमेंट दे सके. प्रदूषण के कारण आने वाली महामारी और बीमारी से उनका बचाव हो सके.


पांच हजार से अधिक लगा चुके हैं पौधे


ट्री स्ट्रीग क्लब के सदस्य पुष्कर सोनी ने बताया कि ये एक छोटा सा इनिशिएटिव है. पौधरोपण की इस मुहिम को हम आगे ले जाना चाहते हैं, जिससे इसमें दूसरे लोग भी शामिल हों. इसको स्कूल भी हर साल फॉलो करें और इसको आगे बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने अब तक 5000 के आस पास पौधे लगाए हैं. इन पौधों में छायादार, पीपल, बड़, नीम, शीशम के पौधे शामिल हैं. इसके अलावा कुछ फलदार पौधे भई लगाए गए हैं जिनमें आम और जामुन शामिल हैं. ये काम ग्रुप के सभी सदस्य जेब खर्च से बचत कर करते हैं. 


ग्रुप के सभी सदस्य जेब खर्च से इकट्ठा करते हैं पैसा


पुष्कर ने बताया कि पौधों को लगाने के लिए ग्रुप के सदस्य जेब खर्च से सालाना तीन से पांच हजार की राशि के हिसाब से इकट्ठा करते हैं. इस रकम से पौधों को खरीदा जाता है, साथ ही ट्री गार्ड और गर्मी में पानी के टैंकर मंगवाकर पौधों को पानी देने पर खर्च किया जाता है. ग्रुप ने अभी तक मांडल उपखंड कार्यालय, तहसील कार्यालय, पंचायत समिति, राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण, धोवानी नाडी मोक्षधाम, केवली मोक्षधाम , मालियों का मोक्षधाम, गोपाल द्वारा मोक्षधाम के साथ ही सड़क के दोनों किनारों पर पौधरोपण किया है. 


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