Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधान सभा चुनाव में आप ने अब पूरी झोंक दी है. इसके लिए पिछले कई दिनों से जहां आप अध्यक्ष नवीन पालीवाल (naveen paliwal AAP ) ने प्रदेश में दौरे किये, वहीँ आप दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्री जयपुर आ रहे हैं. आप पार्टी के राजस्थान अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने बताया कि राजस्थान चुनाव को लेकर 31 अगस्त का दौरा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है. यहां से कुछ बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं. इसके लिए पार्टी पूरी तरह से तैयारी में जुट गई है.


इसमें बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे. दरअसल, पालीवाल को पार्टी ने बेहतर संगठन बनाने में लगा दिया है. किसे टिकट मिलेगा या कौन कब ज्वाइन करेगा इसपर अभी फोकस नहीं है. फोकस है पूरी तरह से संगठन को मजबूत करने और लोगों को जोड़ने में है. राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस को उन सभी मुद्दों पर घेरने की तैयारी है, जो यहां पर चर्चित और चलन में है. 


भाजपा और कांग्रेस पर हमला 


आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने राजस्थान के विकास को लेकर कांग्रेस और बीजेपी को घेरा है. उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में अशोक गहलोत की सरकार बनी है तब से सरकार ने 5000 करोड़ का कर्ज ले लिया. उसके बावजूद जनता पानी, सड़क, बिजली से परेशान है.  नवीन पालीवाल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जवाब दें कि आखिर कर्ज लिया हुआ पैसा कहां खर्च हुआ?


प्रदेश के मुख्यमंत्री पेपरलीक जैसे मामले रोकने में भी असफल रहे हैं.  इसलिए 31 अगस्त को आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान राजस्थान की जनता को गारंटी देने आ रहे हैं. इसके बाद राजस्थान की जनता तय करेगी कि उसे सकारात्मक राजनीति करके शिक्षा, रोजगार, भ्रष्टाचार को खत्म करने वाली सरकार चाहिए या फिर भ्रष्टाचार में सरकार हुई है.


 ERCP का उठेगा मुद्दा 


पालीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी जनता से जुड़ी हर समस्या को सुलझाने का प्रयास करती है, जबकि बीजेपी और कांग्रेस उसे मुद्दा बनाकर राजनीतिक स्वार्थ के लिए भुनाने लगती है. जिसका प्रमाण है कि जिस ERCP का मुद्दा पिछले काफी दिनों से शांत पड़ा था उसे सीएम गहलोत ने छेड़ा तो केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत अब अशोक गहलोत को बहस करने की खुली चुनौती दे रहे हैं.


पालीवाल ने कहा कि यही विडंबना है कि केंद्रीय मंत्री सीएम गहलोत को बहस की खुली चुनौती दे रहे हैं लेकिन ERCP को लागू करने को तैयार नहीं हैं.  नवीन पालीवाल ने कहा कि इसीलिए जनता ने अब कांग्रेस और बीजेपी नेताओं को नकारना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि नर्सेज ने कांग्रेस पर घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए अपनी चार मागों को लेकर प्रदर्शन किया. 


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