Jodhpur: जोधपुर डिस्कॉम (Jodhpur Discom) द्वारा इंजीनियरों को "रमजान के दौरान सभी मुस्लिम बहुल इलाकों" में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे. वहीं इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया. दरअसल विपक्ष ने राजस्थान सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया. वहीं मंगलवार को विरोध के बाद आदेश को वापस ले लिया गया.

दरअसल जोधपुर डिस्कॉम के असिस्टेंट मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस बडियासर द्वारा 1 अप्रैल को जारी आदेश में अपने अधिकार क्षेत्र के सभी 10 जिलों के इंजीनियरों को रमजान के मद्देनजर सभी मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया था.

वसुंधरा राजे ने कहा राज्य सरकार को रमजानियों की ही चिंता क्यो?

इधर जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि राज्य में लोग न केवल रमजान बल्कि नवरात्रि भी मना रहे हैं और उस के लिए उपवास भी कर रहे हैं. पूर्व सीएम ने कहा कि, “राज्य सरकार को केवल रमज़ानियों की ही चिंता क्यों है? राज्य के बाकी लोगों के लिए क्यों नहीं? राज्य की जनता जवाब चाहती है. यह तुष्टिकरण और वोट की राजनीति नहीं तो और क्या है?

डिस्कॉम ने जारी किया नया आदेश

वहीं हो रही आलोचना के बीच, डिस्कॉम ने एक नया आदेश जारी कर दिया जिसमें पहले की अधिसूचना में उल्लेखित 'रमजान' और 'मुस्लिम क्षेत्रों' जैसे शब्दों को हटा दिया गया है.  एमडी प्रमोद टाक ने कहा कि हर त्योहार पर होली हो या दिवाली, इस तरह के आदेश जारी किए जाते हैं। त्योहारों के दौरान किसी भी इंजीनियर को साप्ताहिक अवकाश नहीं दिया जाता है.

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