Rajasthan Election 2023: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर दिया है. बजट में हर वर्ग के लिए घोषणाओं का एलान किया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट के सहारे सरकार रिपीट की कोशिश की है. पिछली बार कांग्रेस ने पूर्वी राजस्थान में बीजेपी को करारी शिकस्त दी थी. सवाल पैदा हो रहा है कि चुनावी साल के बजट से कांग्रेस को फायदा होगा? भरतपुर जिले के लिए बजट में लगभग 7 हजार करोड़ की 68 घोषणाएं की गई हैं. बजट में मुख्य रूप से सड़क, बिजली और पानी के साथ रोजगार का भी ध्यान रखा गया है.


बजट के जरिए पूर्वी राजस्थान में गढ़ बचाएगी कांग्रेस?


धौलपुर जिले को करोड़ों रुपए की सड़क, फूड पार्क, नशा मुक्ति केंद्र, अल्पसंख्यक छात्रावास, चार पुलिया और विवेकानन्द यूथ हॉस्टल की सौगात मिली है. मुख्यमंत्री गहलोत ने बजट में करौली जिले का भी ध्यान रखा है. 4657 करोड़ की चंबल परियोजना के साथ हिंडौन में कृषि कॉलेज, मंडरायल में नगर पालिका सहित अन्य घोषणाएं की गई हैं. मुख्यमंत्री ने कुल मिलाकर बजट के सहारे सरकार रिपीट की तैयारी की है. 12 फरवरी को दौसा जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा होने जा रही है.


बीजेपी को उम्मीद है कि पीएम मोदी की सभा का पूर्वी राजस्थान के मतदाताओं पर असर होगा. राजस्थान कांग्रेस में तीन साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए आपसी खींचतान ने पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाया है. अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच कुर्सी की लड़ाई में फजीहत कांग्रेस की हुई. फजीहत से उबरने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकलुभावन बजट पेश किया. बजट के जरिए पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस ने वोटरों पर पहले जैसी पकड़ बनाये रखने की कोशिश की है.


बीजेपी ने मुख्यमंत्री के बजट घोषणा पर सवाल उठाया है. उसने पूछा है कि योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए रुपए कहां से आएगा. पिछले बजट की घोषणाएं पूरी नहीं होने पर भी बीजेपी ने हमला बोला है. 2023 के चुनाव को देखते हुए बीजेपी आलाकमान का फोकस पूर्वी राजस्थान पर है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने कल रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दौसा आ रहे हैं. बीजेपी का फोकस कांग्रेस के गढ़ पूर्वी राजस्थान में सेंध लगाने की है. प्रधानमंत्री मोदी दौसा में सभा को भी संबोधित करेंगे.


पीएम मोदी और अमित शाह पार लगाएंगे BJP की नैया?


पूर्वी राजस्थान के सभी जिलों से कार्यकर्ताओं को सभा में पहुंचने का निर्देश दिया गया है. भरतपुर जिले से भी हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं को ले जाने की तैयारी की जा रही है. बीजेपी नेताओं ने बताया है कि जल्द ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी भरतपुर जिले में जनसभा को संबोधित करेंगे. बीजेपी का फोकस इस बार कांग्रेस के गढ़ पूर्वी राजस्थान में सेंध लगाने पर है. चुनाव बाद पता चलेगा कि कांग्रेस गढ़ बचाने में कामयाब होती है या पीएम मोदी और अमित शाह पूर्वी राजस्थान को भेद पाते हैं. 


Rajasthan: गहलोत या पायलट किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा विधानसभा चुनाव? मुख्यमंत्री ने खुद दिया जवाब