Rajasthan News: बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा (BJP MP Kirodi Lal Meena) ने आरोप लगाया है कि उन्हें धरने में बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया (BJP President Satish Poonia) का मजबूत साथ नहीं मिला और जिस तरीके से आंदोलन और धरने के लिए साथ चाहिए था वैसा नहीं हुआ. अब सवाल उठ रहा है कि क्या यह पहली बार है या पहले भी ऐसा हुआ है. पिछले दो सालों में किरोड़ी लाल मीणा के जितने बड़े आंदोलन और प्रदर्शन हुए हैं उनमें किसी में भी बीजेपी का साथ नहीं मिला है.
किरोड़ी लाल मीणा हमेशा अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) के खिलाफ अकेले आंदोलन करते हुए नजर आये. इन्हें अपने ही संगठन का साथ नहीं मिलता, लेकिन सरकार (Rajasthan Government) को अपनी मांगों पर झुका देते हैं. पिछले दिनों इनकी सभी मांगों पर सदन से सड़क तक सरकार बात करने को तैयार होती हुई दिखी. यहां तक कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद सदन में किरोड़ी लाल मीणा के धरने का जिक्र किया है.
साथ न मिलने की क्या है वजहसूत्रों और जानकारों का कहना है कि बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा के आंदोलन और धरने को बीजेपी का साथ इसलिए नहीं मिलता कि किरोड़ी लाल प्रदेश अध्यक्ष की दावेदारी में आ सकते हैं. इनके साथ ही राजस्थान का एक वर्ग मजबूती से जुड़ा हुआ है. साथ ही युवाओं का साथ भी किरोड़ी लाल को मजबूती से मिलता है. इसीलिए वे धरने पर डटे रहते हैं.
रीट को लेकर किया आंदोलन10 फरवरी 2022 को राजस्थान में शिक्षक भर्ती परीक्षा (रीट) के पेपर लीक मामले को लेकर बीजेपी के राज्यसभा सदस्य डा. किरोड़ी लाल मीणा जयपुर स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए थे. मीणा का कहना था कि रीट को आयोजित करने वाले माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारौली को बर्खास्त किया गया है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई. मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए. मीणा ने आरोप लगाया कि पेपर लीक करने और फिर बेचने से जुड़े मामले में 400 करोड़ की डील हुई है. किसी तरह से यह धरना खत्म हुआ था.
अलवर के राजगढ़ में आंदोलन19 दिसम्बर 2022 को अलवर के राजगढ़ में चंद्र सिंह की ढाणी सुरेर में आंदोलनकारियों के साथ बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने धरना दिया था. उनकी मौजूदगी में मांगों के समाधान के लिए 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का गठन किया गया था. उस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह एवं जिला कलेक्टर से वार्ता के बाद बात बन गई थी. राजगढ़ क्षेत्र के चंद्र सिंह की ढाणी में राहुल गांधी के आगमन पॉइंट पर आंदोलन समाप्त होने के साथ प्रशासन एवं कांग्रेसियों ने राहत की सांस की ली थी.
पुजारी के शव के साथ प्रदर्शन11 अप्रैल 2021 को भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जयपुर में पुजारी के शव को लेकर धरना और प्रदर्शन किया था. दरअसल, दौसा जिले के महुआ में स्थित एक मंदिर के पुजारी शंभु शर्मा के जमीन को कथित रूप से किसी ने हड़प लिया और इससे पुजारी अवसाद में चले गए. जिससे उनकी मौत हो गई. इसके बाद किरोड़ी लाल मीणा पुजारी का शव लेकर धरने पर बैठ गए थे. दौसा में पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो उसके बाद बड़ी संख्या में किरोड़ी लाल मीणा ने अपने समर्थकों के साथ सीएम हाउस के बाहर शव रखकर प्रोटेस्ट किया था किया. वहां के बाद जयपुर के सिविल लाइंस फाटक पर भी प्रदर्शन किया था.