Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बाकी है. बीजेपी कांग्रेस सहित अन्य दल चुनावी मैदान में ताल ठोकने के लिए तैयार है. इस बीच तीसरा मोर्चा को लेकर सुगबुगाहट काफी तेज है. कोलायत से पूर्व विधायक देवी सिंह भाटी अपने तीसरे मोर्चे को मजबूत करने के लिए जोधपुर पहुंचे सर्किट हाउस में एबीपी लाइव से खास बातचीत के दौरान कांग्रेस और बीजेपी पर जोरदार हमला बोल दिया कांग्रेस की सरकार जा रही है लेकिन बीजेपी में टांग खिंचाई के चलते गड़बड़ हो सकती है.


'जाते-जाते रेवड़ियां बांट रही सरकार' 
पूर्व विधायक देवी सिंह भाटी ने कहा कि वर्तमान की कांग्रेस सरकार तो जा रही है, अब अंतिम समय में कांग्रेस लॉलीपॉप दे रही है. रेवड़ियां बांट रही है. अखबार में ऐड दे रही है. मुझे तो कांग्रेस को सरकार बनती कहीं नजर नहीं आ रही है.


'बीजेपी में चल रही टांग खिंचाई'
भाटी ने कहा, "बीजेपी की बात करें तो उसमें जोश कौन दिखाएगा जब तक युद्ध के मैदान में जोश नहीं दिखाते हैं. युद्ध जीता नहीं जाता है मुझे तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अलावा बीजेपी में कोई ऐसा जोश भरने वाला नजर नहीं आ रहा है. नेतृत्व वसुंधरा राजे को मिले तो राजस्थान में स्थिति बन सकती है. नहीं तो सब कुछ गड़बड़ है. बीजेपी में मुख्यमंत्री को लेकर टांग खिंचाई तो अभी से ही चल रही है."
 
'पीएम मोदी को करना पड़ा ट्वीट'
बीजेपी को घेरते हुए भाटी ने कहा, "नहीं सहेगा राजस्थान अभियान में आपने देखा होगा कि प्रदेश बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी लेकिन वहां संख्या बल नहीं के बराबर था. 10 से 15 हजार लोग ही प्रदर्शन में पहुंचे और एक सड़क पर कुर्सियां लगाकर बैठे थे. अब आप इतने से लोग विरोध दिखा रहे हो. इस आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया था कि ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंचें. जब पीएम मोदी को ट्वीट करने की नौबत आ गई तो समझ लो कि राजस्थान बीजेपी में लीडरशिप में कोई दम नहीं है."


'आकाओं को हिसाब किताब देना पड़ता होगा'
लाल डायरी के मुद्दे पर देवी सिंह भाटी ने कहा, "मैंने मेरे राजनीतिक जीवन में बहुत सारी लाल डायरिया के बारे में सुना है. हर्षद मेहता से लेकर कौन-कौन कैसी कैसी डायरी लिखता था, लेकिन सभी डायरियो का परिणाम कुछ नहीं हुआ. अभी फिलहल लाल डायरी आई है. उसमें लिखने वाला जाने कई बार ऐसा होता है कि हिसाब किताब में लिखना पड़ता है. क्योंकि अपने आकाओं को हिसाब किताब देना पड़ता है."


'तीसरा मोर्चा नहीं स्वार्थी मोर्चा'
राष्ट्रीय स्तर के तीसरे मोर्चे की बैठक के सवाल पर कहा, "वो लोग तो अलग हैं. वो कोई मोर्चा नहीं है. वो तो स्वार्थी का मोर्चा है. किसी को परिवार को आगे लाने का स्वार्थ है. किसी को बच्चों को आगे राजनीति में भविष्य बनाना है. किसी को भ्रष्टाचार करना है. तो आखिरकार इन सब ने सोचा कि क्या करें तो सब इकट्ठा हो जाते हैं. और सब अपने स्वार्थ को लेकर सभी डाकू चोर लुटेरे इकट्ठा हो गए."


'फ्री की बीमारी पूरे देश में फैल गई'
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के फ्री मोबाइल योजना पर बोलते हुए कहा, "अगर सीएम अशोक गहलोत राजा कर्ण की तरह सोना देते छत देते और अपनी कमाई का देते तो अच्छा लगता जनता का पैसा लुटा रहे हैं. अगले को जरूरत है या नहीं बस लुटा रहे हैं. मोबाइल दे रहे हैं. यह नीति सही नहीं है. इस तरह की फ्री योजनाओं की शुरुआत तमिलनाडु से हुई थी. फिर यह बीमारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में फैलाई और धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गई है जो प्रजातंत्र के लिए खतरनाक है."


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