Railway Employees Strike: रेलवे कर्मचारी वर्ष 2004 से पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग कर रहे हैं और समय-समय पर इसके लिए आवाज भी उठाते रहे हैं, लेकिन इस बार रेलवे यूनियन आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में दिखाई दे रही है. इसके लिए सभी की सहमति ली जा रही है कि हड़ताल की जानी चाहिए या नहीं. रेलवे कर्मचारियों के विभिन्न संगठन रेलवे कर्मचारियों से गुप्त मतदान के माध्यम से राय जान रहे हैं. इसका आगाज आज यानी (20 नवंबर) से हो गया है. कोटा मंडल के मंडल सचिव अब्दुल खालिक ने बताया कि 1 जनवर 2004 के बाद सेवा में आये रेलकर्मियों को पुरानी पेंशन योजना के स्थान पर एनपीए में शामिल किया गया है. नई पेंशन को लेकर कर्मचारियों में असंतोष है. समय समय पर रेलकर्मियों ने पुरानी पेंशन के लिए आंदोलन के माध्यम से अपनी बात भी रखी किन्तु अभी तक कोई सफलता नहीं मिली.


अब्दुल खालिक ने बताया कि फरवरी 2023 से एनएफआईआर और जेएफआरओपीएस के नेतृत्व में प्रत्येक माह लगातार कर्मचारियों ने अपनी आवाज बुलंद की है और 10 अगस्त को नई दिल्ली के रामलीला मैदान पर एकजुटता दिखाकर शक्ति प्रदर्शन भी किया और सरकार को चेतावनी भी दी कि हड़ताल के लिए मजबूर ना करे. इसी कड़ी में यह निर्णय लिया गया है कि एनपीएस के विरोध में हड़ताल पर जाना है या नहीं. यह रेलकर्मियों से राय लेकर निर्णय किया जायेगा और यह राय 30 नवंबर से पहले सभी जोनल रेल्वे में ली जायेगी. इसी कड़ी में कोटा मंडल में वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ 20 नवंबर से आरंभ होकर 21 नवंबर को शाम 5 बजे तक कोटा मंडल के प्रत्येक कार्यस्थल पर पहुंचकर लगभग 15 हजार कर्मचारियों से गुप्त मतदान के माध्यम से राय लेगा कि हड़ताल पर जाने को तैयार हैं या नहीं.


रेलवे कर्मचारी करेंगे मतदान 
पुरानी पेंशन बहाली के लिए संयुक्त मंच और आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आव्हान पर वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्प्लॉयज यूनियन की तरफ से पश्चिम मध्य रेलवे के तीनो मंडलों कोटा भोपाल और जबलपुर तथा दोनो कारखानों तथा प्रत्येक कार्य स्थल पर पुरानी पेंशन की बहाली के लिए अनिश्चितकालीन रेल हड़ताल के लिए रेल कर्मचारियों की राय जानने के लिए स्ट्राइक बैलट आयोजित कर मतदान के जरिए उनकी राय ली जाएगी. यूनियन के सहायक मंडल सचिव नरेश मालव ने बताया कि रेल कर्मचारियों सहित सभी केंद्रीय और राज्य कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाली के लिए बनाए संयुक्त मंच के तरफ से अपनी इस सबसे बड़ी मांग की पूर्ति के लिए लगातार पूरे देश भर में जन जागरण, मशाल जुलूस, जन आंदोलन कर चुका है लेकिन सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही.
 
रेलवे कर्मचारियों के राय के बाद ही होगा हड़ताल का फैसला
वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्प्लॉयज यूनियन के महामंत्री कॉम मुकेश गालव के नेतृत्व में पूरे जोश के साथ नियमों का पालन करते हुए युवा जोश के साथ भागीदारी निभाई. 21 और 22 नवंबर को आगामी प्रस्तावित रेल हड़ताल के लिए रेल कर्मचारियों से रायशुमारी के लिए स्ट्राइक बैलट करवाकर मतदान के माध्यम से उनकी राय जानी जाएगी और यदि रेल कर्मचारी बहुमत से हड़ताल के पक्ष में मतदान करते हैं, तो यूनियन पुरानी पेंशन बहाली के लिए तय समय पर अनिश्चितकालीन रेल हड़ताल का नोटिस देकर आर पार के संघर्ष, रेल का चक्का जाम कर हड़ताल पर जाएगी. 23 नवंबर को मतों की गिनती होगी, जिसके बाद कर्मचारियों की राय के अनुसार अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए अग्रिम कार्यवाही की जाएगी.


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