Rajasthan Paper Leak: राजस्थान में वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा पेपर लीक मामला बढ़ता जा रहा है. पेपर लीक मामले में आरोपी आरपीएससी पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा के खिला अब एसीबी उदयपुर ने भी मुकदमा दर्ज कर दिया है. बाबूलाल कटारा की अपनी अब तक की आया से 2 करोड़ रुपए से ज्यादा संपति निकली है. मामले की जांच एसीबी उदयपुर इंस्पेक्टर हरीश चंद्र कर रहे हैं. एसीबी में आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज होने के बाद चर्चाएं बढ़ गई है. 


थर्ड ग्रेड टीचर से आरपीएससी सदस्य बने कटारा
आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा थर्ड ग्रेड टीचर थे, इसके बाद लगातार कई पदों पर रहे और फिर टीआरआई पद से सेवानिवृत्त हुए. फिर तीन साल पहले आरपीएससी सदस्य बने. फिर इसी साल पद से हटाए गए. पिछले साल दिसंबर में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में सामान्य ज्ञान का पेपर था. उदयपुर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए मामले को उजागर किया था. बस में पेपर सॉल्व करते हुए अभ्यर्थियों सहित अन्य को पकड़ा था. आरपीएससी से पेपर को मिलन कराया तो ज्यादातर प्रश्न मिले थे. उदयपुर पुलिस ने मामले में 2 मुकदमों दर्ज किए थे और इसमें 50 से ज्यादा गिरफ्तारियां की गई. इस मामले में बाबूलाल कटारा भी आरोपी बने.


यह संपत्तियां हुई उजागर
एसीबी इंस्पेक्टर हरिश्चंद्र ने बताया कि आया व्यय का ब्योरा देखा गया तो सामने आया कि वर्ष 1987 से 2023 तक करीब 3 करोड़ 40 लाख 92 हजार रुपए के करीब आए प्राप्त हुई. इसी अवधि में 3.79 करोड़ रुपए की संपत्तियां बनाई. 1 करोड़ 70 लाख रुपए का व्यय किया. यह टोटल राशि साढ़े 5 करोड़ रुपए के करीब होती है. 3 करोड़ 40 लाख रुपए के करीब व्यय करने के बाद 2.08 करोड़ रुपए के करीब अधिक संपत्ति है. संपत्तियों की बात करे तो बेटे और पत्नी के नाम से संपत्ति है. 


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