Jaipur News: वीरांगनाओं की मांगों को लेकर राजस्थान (Rajasthan) में राजनीति चरम पर है. चुनावों के करीब आते ही हर कोई राजनीतिक रोटियां सेंकने पर लगा हुआ है. शहीदों की वीरांगनाओं की मांगों को लेकर आज विधानसभा में शांति धारीवाल के बोल बिगड़ गए, वहीं दूसरी तरफ सीएम गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि राजस्थान में सबसे अधिक पैकेज दिया गया है.


सीएम के जवाब पर सांगोद के विनोदकला गांव निवासी शहीद हेमराज (Martyr Hemraj) की वीरांगना मधुबाला (Madhubala) आक्रोशित हो गईं और उन्होंने एक बार फिर अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा, 'अशोक गहलोत को मैं इससे भी दोगुना और तीगुना पैकेज दे दूंगी वह मेरा पति लौटा सकते हैं क्या.



 'चार साल हो गए पैकेज-पैकेज करते हुए'
वीरांगना मधुबाला ने कहा कि हम परिवार वाले मेहनत मजदूरी करके पेट भर लेंगे, मेरी जमीन बेचकर में तीन गुना पैकेज मुख्यमंत्री साहब को दे दूंगी. क्या वो मेरा पति लाकर दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि हर बार पैकेज-पैकेज-पैकेज करते हैं, चार साल हो गए पैकेज-पैकेज करते हुए. मांगें गलत होने की बात पर उन्होंने कहा कि गुर्जर आंदोलन में भी तो नौकरी दी थी, देवर,जेठ और अन्य रिश्तेदारों को नौकरियां दी थीं तो हमें क्यों नहीं. उन्हीं ने तो आदेश निकाला है.


'हम जब हमला करेंगे तो किसी से बोलकर नहीं करेंगे'
पुलवामा शहीद हेमराज की वीरांगना मधुबाला ने कहा कि अशोक गहलोत हमसे डर है कि कहीं हम वापस आकर धरने पर ना बैठ जाएं. हम तो तीन वीरांगनाएं हैं, उनका तो पूरा प्रशासन है. उन्होंने कहा कि मेरे घर के बाहर पुलिस लाग रखी है. हम जब हमला करेंगे तो किसी से बोलकर नहीं करेंगे. जितना प्रशासन लगाना है लगा दो, जब तक मांगें पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन, धरने प्रदर्शन करते रहेंगे.


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