Rajasthan News: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय लोकदल (RLD) ने यहां पर प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया है. तत्काल प्रभाव से सांसद और राष्ट्रीय महासचिव मलूक नागर को प्रभारी बनाया है. मलूक नागर ने एबीपी लाइव से विशेष बातचीत में अपनी प्राथमिकताएं और चुनौतियों को बताया है. चूंकि, उन्हें तब प्रभारी बनाया गया है जब यहां पर अभी कोई चुनाव नहीं है. इसलिए उनके लिए चुनौती बड़ी हो जाएगी कि यहां पर सरकार के साथ मिलकर काम करने की. 


राजस्थान में वर्ष 2023 में विधानसभा के चुनाव में आरएलडी की एक सीट आई है. इसलिए यहां पर आरएलडी ने एक मंझे हुए नेता को यहां पर लगाया है. मलूक नागर लोकसभा चुनाव के बाद यहां पर मजबूती काम करते हुए दिखाई देंगे.


क्या है प्राथमिकता ?
आरएलडी के राजस्थान प्रभारी मलूक नागर का कहना है कि यहां पर जाट और गुर्जर के साथ कांग्रेस ने अन्याय किया है. उन्हें उनका हक नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार थी तब पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न क्यों नहीं दिया गया ? जबकि, मैं हमेशा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की मांग करता रहा. कांग्रेस पार्टी ने जाट समाज के साथ एक बड़ा छल किया है.


साथ मिलकर करना होगा काम 
उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को सीएम फेस बनाकर चुनाव लड़ा गया और जीत भी हुई. लेकिन सचिन पायलट को सीएम नहीं बनाया गया. उनके साथ धोखा हुआ. जबकि, मैंने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाये जाने की मांग की थी. इन दोनों प्रमुख जातियों के साथ मिलकर काम करना होगा. यहां पर यूपी की तरह ही अधिक सीटों पर आरएलडी की जीत सुनिश्चित करना है. यहां पर पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करना है.


क्या है चुनौती ?
मलूक नागर ने कहा कि यहां पर चुनौती बहुत बड़ी नहीं है. लेकिन यहां पर आरएलडी का एक ही विधायक है. लेकिन सरकार में आरएलडी शामिल है. इसलिए यहां पर सरकार के साथ मिलकर काम करना है. जिसका लाभ सभी को मिले. यहां पर सभी के लिए काम करना है. जिन लोगों के साथ कांग्रेस धोखा देती आई है उन्हें मजबूत करना है. लोकसभा में रहते हुए मैंने नंबर वन काम किया है. अभी यहां पर लोकसभा चुनाव में कई सीटों पर प्रचार करने आया था. उन सीटों पर कांग्रेस को नुकसान होगा.


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