Happy Mahashivratri 2024: राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) जिले में आज भोले शंकर और महागौरी के विवाह से जुड़ा भक्ति पर्व महाशिवरात्रि धूमधाम से मनाया जा रहा है. शिवालयों में चारो तरफ बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं. बाजारों में भी लोग पूजन सामग्री गाजर, बेर, बेलपत्र सहित तमाम फल फूल खरीदते नजर आए.

वहीं शिवरात्रि पर्व पर गांव-गांव से कांवड़िए सैकड़ों किलोमीटर दूर से पैदल चलकर गंगा जी से कावड़ लेकर आ रहे हैं और शिव मंदिरों में गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं. शहर में जगह-जगह बैंड बाजों के साथ महिलाएं कलश लेकर शिवालयों में नाचते गाते पहुंच रहीं हैं. 

शिवालयों में पुलिस टीम तैनातइसके साथ ही भक्तों की भीड़ को देखते हुए जिला पुलिस प्रशासन ने शिवालयों में पुलिसकर्मी तैनात किए हैं, जिससे शांति व्यवस्था बनी रहे. वहीं चौदह महादेव मंदिर के पंडित राहुल भारद्वाज ने बताया कि अमावस्या से पहले जो चतुर्दशी पड़ती है उसी दिन शिवरात्रि पड़ती है, लेकिन लेकिन महाशिवरात्रि का महत्व अलग है.

फाल्गुन माह के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि मनाई जाती है. इस दिन भगवान शंकर और माता गौरी का विवाह हुआ था. इसी उपलक्ष्य में भगवान शिव के भक्त अलग-अलग तरह से भोले बाबा का अभिषेक करते हैं. ऐसे में भगवान शिव की पूजा से काल सर्प दोष, ग्रह दोष और विष दोष आदि दूर हो जाते हैं.

महाशिवरात्रि के दिन लोग महादेव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए शिव जी का अभिषेक करते हैं. महादेव बाबा का दुग्धाभिषेक, पंचामृत अभिषेक, गंगाजल अभिषेक के साथ बेलपत्र, धतूरा ,भांग का भोग लगाकर महादेव की पूजा करते हैं.

शिवालयों में गूंजा बम-बम भोले शहर के प्रमुख शिवालय श्मशानेश्वर महादेव, चौदह महादेव, अर्धनारीश्वर महादेव पंचमुखी हनुमान मंदिर सहि गांव, कस्बों में भक्ति पर्व को लेकर खासा उल्लास है. तमाम शिव भक्त आज व्रत रख मंदिरों और घरों में विधि विधान से पूजा-अर्चना कर रहे हैं. भरतपुर शहर के प्राचीन शिवालयों में गंगाजल अभिषेक, झांकी सजावट के साथ हवन पूजन और कलश यात्रा निकाली जा रही है.

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