Rajasthan News: आजादी के बाद जब संसाधनों का अभाव था तब निष्ठा के साथ राजकीय सेवा करते हुए आज के पेंशनर्स ने देश की प्रगति का आधार तैयार किया. अब सेवानिवृत्त होने के बाद भी वे कर्तव्य पथ पर समर्पण के साथ बढ़ रहे हैं. उनके अनुभव और ज्ञान का लाभ समाज को निरंतर मिल रहा है. समाज इन पेंशनर्स का जितना सम्मान करे, उतना कम है. लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राजस्थान पेंशनर्स समाज कोटा के वार्षिक उत्सव में पेंशनर्स को संबोधित करते हुए ये सारी बातें कहीं.


‘पेंशनर्स ने मानवता के प्रति अपना धर्म निभाया’
आपको बता दें कि महावीर नगर स्थित एक निजी विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में ओम बिरला ने कहा कि पेंशनर्स के परिश्रम के कारण ही आज दुनिया उभरते भारत की ताकत और बदलते राजस्थान की तस्वीर देख रही है. इन पेंशनर्स ने अपना कर्तव्य तो पूरा किया ही, समय-समय पर संवेदना के साथ जरूरतमंद परिवारों की सहायता कर मानवता के प्रति अपना धर्म भी निभाया. उनकी यह सेवा भावना हम सबके लिए प्रेरणास्रोत है.


‘पेंशनर्स की ऊर्जा और समर्पण के हम सभी उनके ऋणी’
वहीं कार्यक्रम के दौरान कोटा दक्षिण से विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि पेंशनर्स की ऊर्जा और उत्साह तथा समाज के प्रति समर्पण के हम सभी ऋणी हैं. वे युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है. यदि हम उनके दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ते रहें तो सफल जीवन का मार्ग प्रशस्त होगा. इससे पूर्व पेंशनर्स समाज के अध्यक्ष रमेश चंद गुप्ता ने कहा कि स्पीकर बिरला के प्रयासों से ही पेंशनर्स की 80 प्रतिशत मांगे पूरी हुई हैं. उनका और पेंशनर्स का अटूट रिश्ता है.


‘पेंशनर्स समाज अपना नया भवन तैयार करें’
स्पीकर बिरला ने कहा कि पेंशनर्स समाज अपना नया भवन तैयार करें. इसके लिए जो भी मदद चाहिए वह दिलवाएंगे. नए भवन में पेंशनर्स विभागवार हेल्पलाइन प्रारंभ करें, जिस भी व्यक्ति को मदद या मार्गदर्शन की आवश्यकता हो वे पेंशनर्स भवन आए और उसको मदद मिल जाए.


 ‘तहसील स्तर पर समितियां गठित करें’
कार्यक्रम के दौरान स्पीकर बिरला और विधायक शर्मा ने पेंशनर्स को सम्मानित भी किया. इनमें शतायु प्राप्त कर चुके प्रभुलाल शर्मा भी सम्मिलित थे. उनकी आयु को देखते हुए स्पीकर बिरला और विधायक शर्मा मंच से नीचे आए और सम्मान किया. स्पीकर बिरला ने पेंशनर्स का आह्वान किया कि वे तहसील स्तर पर समितियां गठित करें. यह समिति क्षेत्र की आवश्यकताओं और समस्याओं पर चिंतन कर सुझाव दें. इसके अतिरिक्त वे क्षेत्र के आकांक्षी गांवों को भी चिन्हित कर उनके बारे में बताएं ताकि उनको भी विकास की धारा से जोड़ा जा सके. 


यह भी पढ़ें: New Year 2024: पक्षियों की नगरी में पर्यटक मना रहे नया साल, पक्षियों की अठखेलियां निहारने विदेशों से आ रहे लोग