Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान की कोटा-बूंदी लोकसभा सीट इन दिनों हॉट सीट बनी हुई है. यहां आए दिन नेताओं की बयानबाजी से राजनैतिक पारा बढ़ता जा रहा है. दोनों पक्षों के नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक ओर जहां कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल अपने बयानों से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर लगातार हमलावर हो रहे हैं. वहीं अब बीजेपी ने भी प्रहलाद गुंजल को घेरा है. 


लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के भाई हरिकृष्ण बिरला ने एक कार्यक्रम के दौरान प्रहलाद गुंजल पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने व्यक्तिगत रूप से प्रहलाद गुंजल पर कई आरोप लगाए हैं. हरिकृष्ण बिरला ने कहा कि 'उनसे पूछना ओम के पुराने कपड़े अल्ट्रेशन कराकर कौन पहनता था? जिसमें खाया उसी थाली में उसने छेद किया. राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस को जमीन में गाड़ दिया था और लोकसभा चुनाव में पाताल में पहुंचा देंगे.'


'विधानसभा का टिकट किसने दिलाया...'
बताया जा रहा है कि प्रहलाद गुंजल भी ओम बिरला और उनके भाईयों पर लगातार हमला बोलने की कोशिश कर रहे थे. इसके बाद अब हरिकृष्ण बिरला का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वह प्रहलाद गुंजल के राजनीतिक शुरूआत की बात कहते दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'ओम बिरला के कपड़े पुराने हो जाते थे, तो उन्हें अल्ट्रेशन कर कौन पहनता था? सिद्धांतों की बातें करने वाले पेट में छुरा नहीं मारते, जिस थाली में खाते हैं उसी थाली में छेद नहीं करते. विधानसभा का टिकट किसने दिलाया यह सब जानते हैं. यह हिंदुस्तान-पाकिस्तान की लड़ाई हो रही है क्या?' 


प्रहलाद गुंजल पर बरसे हरिकृष्ण बिरला 
हरिकृष्ण बिरला ने आगे कहा कि 'वह सिद्धांत की बात कह रहे हैं, कह रहे हैं कि मुझे जलील किया गया, अरे भाई क्या जलील किया. ओम बिरला वह आदमी है जिसे आपने पांच साल तक बहुत गालियां दी फिर भी उन्होंने घर बुलाकर मान सम्मान दिया. ओम बिरला का इतना बड़ा दिल है, इतनी गालियां देने के बाद भी वह कुछ नहीं कहते हैं. तुम्हारे कर्म ऐसे हैं इसलिए मान सम्मान नहीं रखा गया.'


वायरल वीडियों में हरिकृष्ण बिरला कह रहे हैं कि 'प्रहलाद गुंजल पहले ओम को कविता सुनने आते थे. यह कहते हैं ओम बिरला इनका कॉलेज का साथी है. कब से हो गया भाई, जब श्रीमान के पास टूटी साइकिल थी, पीछे मडगार्ड नहीं था, छोटी सी चरी बंधी होती थी और कैथूनीपोल के मकान पर आते थे और कहते थे ओम बिरला को कविता सुनाने आया हूं.'


'मतदाता किसी का गुलाम नहीं है'
हरिकृष्ण बिरला ने आगे कहा कि 'चुनाव, चुनाव के हिसाब से लड़ना चाहिए. चुनाव मतदाताओं का आदर सम्मान करके जीतना चाहिए, गुंडागर्दी से नहीं. मतदाताओं का मान सम्मान रखो, मतदाताओं का आदर करो, इनका मान सम्मान नहीं करोगे तो वोट कैसे मिलेंगे. मतदाता किसी का गुलाम नहीं है. हिंदुस्तान का मतदाता तो इतना समझदार होता है कि उसको सब पता है मेरे हित में कौन है देश का हित किसमें है.' 


हरिकृष्ण बिरला इस वीडियों में आगे कहते हैं कि 'सब जानते हैं विधानसभा के चुनाव में प्रहलाद गुंजन को किसने टिकट दिया था. ओम बिरला ने अपने पास बिठाकर टिकट दिया था, दिया था कि नहीं.. ओम बिरला जमीन पर पर पैदा हुआ, जमीन पर रहता है, हवा में नहीं उड़ता.' 



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