Karauli News: राजस्थान के करौली जिले में कल 19 तारीख से कैला देवी का लक्खी मेला (Lakkhi Mela) शुरू होने जा रहा है. मेले को लेकर प्रशासन और कैला माता मंदिर ट्रस्ट की तरफ से माकूल व्यवस्था की गई है. कैला माता के दरबार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु माथा टेकने के लिए आते हैं. उत्तर प्रदेश के इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, आगरा, कासगंज से श्रद्धालु पैदल ही चलकर माता के दरबार में पहुंचते हैं. श्रद्धालुओं की सेवा के लिए सड़क पर टेंट लगाकर किए जा रहे इंतजामभरतपुर के बयाना से करौली तक सड़क पर लाखों की संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे पैदल ही मां के भजन गाते हुए चलते नजर आते हैं. माता के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा के लिए भी लोगों ने अच्छा खासा इंतजाम कर रखा है. पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लोगों द्वारा सैकड़ों की संख्या सड़क के किनारे टेन्ट लगाकर उनके खाने, रुकने, नहाने की व्यवस्था की गई है.

जितनी भक्ति भावना पैदल आने वाले यात्रियों के दिल में देखी जा रही है उससे अधिक जो लोग इन यात्रियों की सेवा में लगे हैं उनके दिल में कैला माता के प्रति देखी जा रही है.     हिंडौन में 5 बीघा में लगाया गया विशाल टेंट, 70 हलवाई लगाए गए   करौली जिले के हिंडौन में युवा भक्त मंडल की तरफ से 5 बीघा जमीन में विशाल वाटर प्रूफ टेन्ट लगाकर कैलादेवी माता की प्रतिमा स्थापित कर कैला माता के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं को सुबह शाम भोजन उपलब्ध कराया जायेगा. भोजन प्रसादी बनाने के लिए 70 हलवाई लगाए गए हैं. इस भंडारे के आयोजन के लिए कृषि मंडी के व्यापारी अपनी सेवा देते हैं. पंडाल में बड़े-बड़े कूलर भी लगाए गए हैं. 

17 से 19 तक कृषि उपज मण्डी में नहीं होगा नीलामी का कार्य कृषि उपज मण्डी के महामंत्री राजीव गोयल के अनुसार कई वर्षों से कृषि उपज मंडी की ओर से कैला माता के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है. इस बार भी तीन दिन तक माता के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है. सभी श्रद्धालुओं को बफर सिस्टम से ही भोजन प्रसादी कराई जाएगी. इस लिए 17 मार्च से 19 मार्च तक कृषि उपज मंडी में फसलों की बोली नहीं लगाई जाएगी.  

श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह निशुल्क चिकित्सा व्यवस्थाबयाना से हिंडौन करौली मार्ग पर माता के जयकारे डीजे पर लांगुरिया, माता के भजन और उन पर नाचते गाते श्रद्धालु ही नजर आते हैं जो अपने कारवां के साथ माता के दरबार के लिए बढ़ते चले जाते हैं. श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह निशुल्क चिकित्सा व्यवस्था भी की गई है. 

जिला प्रशासन ने किया सुरक्षा के पर्याप्त इंतजामजिला प्रशासन द्वारा मेले में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. लगभग 1500 से अधिक पुलिस के जवान और अधिकारी मेले की सुरक्षा व्यवस्था को संभालेंगे. सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. इसके अलावा सादा वर्दी में भी पुलिस के जवान तैनात किये गए हैं जो खुराफाती लोगों पर नजर रखेंगे. 

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