नवरात्र के आयोजनों में महिलाओं के ड्रेस कोड को लेकर छिड़े विवाद में कांग्रेस की महिला नेता और पद्मश्री डॉ० कृष्णा पूनिया का बड़ा बयान सामने आया है. कृष्णा पूनिया ने राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और मध्य प्रदेश की पूर्व मंत्री ऊषा ठाकुर के बयानों पर कड़ा एतराज जताते हुए निशाना साधा है.
कृष्णा पूनिया ने कहा, "बीजेपी के संकीर्ण विचारों वाले नेताओं को ऐसी नसीहत अपने घर रखनी चाहिए. महिलाओं को अधिकार है कि वह क्या पहनें, वह खुद तय करेंगी कि उन्हें क्या कपड़े पहनने हैं. इस बारे में सलाह देने का अधिकार सिर्फ उनके परिवार के लोगों को ही है."
'सदन भी होना चाहिए अलग-अलग'
पूनिया ने राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ के अलग अलग पंडाल वाले बयान पर कहा, "ऐसे में विधानसभा का सदन भी दो होना चाहिए. उन्हें सदन में बैठी और बोलती हुई महिलाएं भी अच्छी नहीं लगती होंगी. सदन भी अलग ही होना चाहिए. महिलाओं और पुरुषों का अलग-अलग सीएम होना चाहिए."
'ये छोटी मानसिकता'
उन्होंने मदन राठौड़ को नसीहत देते हुए कहा, "आपके घर में भी बहन बेटी है. आप चाहें तो उन्हें कैद करके रख सकते है, उन्हें बाहर निकलने से रोक सकते हैं, लेकिन इस तरह का विचार दूसरों पर नहीं थोपना चाहिए. छोटी मानसिकता के लोग ही ऐसी बातें करते हैं."
कांग्रेस की महिला नेता ने ये भी कहा, "इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में हम खिलाड़ी शॉर्ट कपड़े पहनते हैं. महिला और पुरुष एक साथ तैयारी करते हैं और प्रतियोगिताओं में शामिल होते हैं. इनकी सोच के मुताबिक मुझे तो देश के लिए गोल्ड मेडल ही नहीं जीतना चाहिए था."
ऊषा ठाकुर के बयान पर भी जताई नाराजगी
कृष्णा पूनिया ने मध्य प्रदेश की पूर्व मंत्री ऊषा ठाकुर के बयान पर भी नाराजगी जताते हुए उन पर निशाना साधा है और कहा, "बीजेपी के नेता बड़बोलापन करते हैं. यहां बड़बोलापन करने वालों और विवादित बोलने वालों को इनाम मिलता है. शायद उन्होंने इसी लालच में यह बयान दिया है कि मैं मंत्री रह चुकी हूं और ऐसा बोलूंगी तो शायद सीएम बनने का मौका मिल जाए. दिल्ली की की तरह मध्य प्रदेश में भी महिला को सीएम बना दिया जाए."