Kota News Today: राजस्थान में बीते कई दिनों से मौसम में लगातार उतार चढ़ाव देखा जा रहा है. इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है. मौसम विभाग ने 13 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ परिसंचरण तंत्र बनने की संभावना के चलते अलर्ट जारी किया है. 


पश्चिमी विक्षोभ की वजह से शनिवार (13 अप्रैल) और रविवार (14 अप्रैल) को कोटा संभाग सहित राज्य के विभिन्न इलाकों में तीव्र मेघ गर्जन के साथ तेज बारिश हो सकता है. इस दौरान तेज अंधड़ चलने के भी आसार जताए जा रहे हैं. मौसम विभाग के तेज अंधड़ और बारिश के अलर्ट बाद किसानों के चेहरे चिंता की लकीरें बढ़ गई हैं.


मंडी में भी पांच लाख बोरी अनाज
कोटा संभाग में बारिश के आसार बने हुए हैं. इसी के चलते शुक्रवार को भी बादल छाए रहे और शनिवार सुबह से ही बादल छाए हुए हैं. ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि खेत में अभी कई जगह फसलें खड़ी हैं, तो कई जगह फसल काटकर खेत में ही छोड़ दी गई है.


हालिया दिनों में एशिया की सबसे बड़ी भामाशाह कृषि उपज मंडी में प्रतिदिन 5 लाख बोरी से अधिक कृषि जिंसों की आवक हो रही है, जिससे मंडी अनाज से खचाखच भरी हुई है. ऐसे में बारिश आती है तो करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है. यही वजह है कि किसान अपनी फसल को लेकर परेशान है.


नुकसान से बचाने के लिए बंद की गई मंडी 
खुले में पड़ी रवि की कृषि जिंसों के भीगने की आशंका बनी हुई है. इसी को लेकर मंडी को बंद कर दिया गया है, जिससे किसानों का माल नहीं भीगे. कोटा ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी ने बताया कि मंडी में रोजाना 3 से 4 लाख बोरी कृषि जिंसों की आवक हो रही है. 


अविनाश राठी के मुताबिक, शुक्रवार को भी 3 लाख बोरी जींस की आवक हुई, जिसकी वजन का काम शाम तक पूरा कर लिया गया. इसी तरह मंडी में चार लाख बोरी जींस पड़ी है. मौसम विभाग के अलर्ट की जानकारी थी, जिससे मंडी अनाज से खचाखच भर गई. 


ऐसे में दोपहर 3:00 से रविवार रात 11:00 तक मंडी में कृषि जिंसों की एंट्री पूरी तरह बंद कर दी गई है. इस दौरान माल का उठाव किया जाएगा, अगर शनिवार- रविवार को तेज बारिश आती है तो किसानों को कोई नुकसान नहीं होगा, क्योंकि उनका माल का वजन किया चुका होगा.


किसानों को दी गई ये सलाह
दूसरी ओर बरसात का दौरा 15 अप्रैल तक रहने की संभावना के चलते संयुक्त निदेशक कृषि रमेश चंद्र चाणक ने किसानों को एडवाइस दी है कि वह अपने खेतों में फसलों को तुरंत ही काटकर उठाव भी जल्दी कर ले. खुले में पड़ा अनाज भीगने से खराब हो जाएगा, इसलिए किसान उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाएं. 


संयुक्त निदेशक ने अपनी सलाह में कहा कि फसलों की कटाई का काम तेजी से करें. उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार बारिश का सर्वाधिक असर 15 अप्रैल तक रहने के आसार हैं. खेतों में कटी हुई फसल प्रभावित होने की स्थिति में सरकार की अधिसूचना के अनुसार, किसान की बीमित फसल कटाई से 14 दिवस तक बीमित है.


संभाग की अन्य मंडियों में 2 लाख बोरी की आवाक
व्यापारियों के अनुसार बारा, बूंदी और झालावाड़ रामगंज मंडी की मंडियों में प्रतिदिन 2 लाख बोरी कृषि जिंसों की आवक हो रही है. मौसम विभाग की चेतावनी के बाद इन मंडियों में भी अलर्ट जारी किया गया है. किसानों ने सावधानी नहीं बरती तो उनको नुकसान उठाना पड़ सकता है.


रामगंजमंडी में भीगी धनिया
कोटा जिले की रामगंजमंडी धनिया की सबसे बड़ी मंडी है और यहां हल्की बारिश से धनिया भीग गया है. बताया गया कि करीब 5 हजार बोरी धनिया भीग गया है. कृषि उपज मंडी में 30 हजार बोरी धनिया की आवक हुई है. 


इसमें से 15 हजार बोरी धनिया कृषि उपज मंडी शेड के नीचे और 15 हजार बोरी धनिया खुले में पड़ी है. 


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