Kota News: प्रदेश सरकार ने बीते दिनों राजस्थान में बड़ी संख्या में आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया था. इसी के तहत कोटा शहर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी का स्थानांतरण जोधपुर किया गया है. ऐसे में अब कोटा शहर की कमान पहली बार किसी महिला आईपीएस को सौंपी गई है. कोटा शहर पुलिस अधीक्षक पद पर अमृता दुहन ने सोमवार (19 फरवरी) कार्यभार  ग्रहण कर लिया है. वह यहां पूर्व में भी करीब डेढ़ साल तक पुलिस उपाधीक्षक के पद पर रही हैं. 


इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार और मुख्यालय से जो जिम्मेदारियां हमें दी जाती हैं, वह उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में रहेंगी. हालांकि इस दौरान अमृता दुहन ने प्रमुख रूप से कोटा में कोचिंग को लेकर अपनी बात रखी और कहा कि मेरा विशेष फोकस कोचिंग स्टूडेंट के स्ट्रेस को कम करने, उनकी समस्याओं के समाधान करने पर रहेगा. इसकी वजह ये है कि देश भर से बच्चे यहां आते हैं और पूरी दुनिया में कोटा का नाम रोशन करते हैं. उनके साथ कुछ होता है तो पूरे देश में मैसेज जाता है, बच्चों का विषय दिल को छू जाता है. इनकी तनाव वाली मानसिकता को दूर कैसे किया जा सकता है, इस पर हमारा विशेष फोकस रहेगा.


'मैं भी गुजरी हूं इस स्ट्रेस से'
अपने छात्र जीवन का जिक्र करते हुए कोटा की नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने कहा कि मैं भी इस मानसिकता से गुजरी हूं, जब मेडिकल की तैयारी कर रही थी. माता-पिता पर भी स्ट्रेस और दबाव रहता है, मैं इस बात से भी भली भांती परिचित हूं. उन्होंने कहा कि हम सामूहिक रूप से प्रयास करेंगे जिसमें हॉस्टल संचालक, मेस संचालक, कोचिंग संस्थान, जिला प्रशासन सहित सभी के एक साथ सामूहिक प्रयास से बच्चों के बेहतर करने का प्रयास होगा.


'गुम बच्चों को ढूंढने का प्रयास जारी'
अमृता दुहन ने कहा कि यहां दो बच्चे के गुम होने के मामले सामने आए हैं, जिनको खोजने का टीम प्रयास कर रही है. वहीं एक बच्चा पिछले 11 दिन से नहीं मिल रहा है, जिसकी जंगलों को और चंबल की घाटियों में तलाशा की जा रही है. उन्होंने कहा कि कई बार सफलता देर से मिलती है लेकिन हमारी तरफ से पूरा प्रयास किया जा रहा है और हम और क्या बेहतर कर सकते हैं, इस पर शीघ्र ही चर्चा कर संयुक्त प्रयास किया जाएगा. 


'कोटा में क्राइम किया जाएगा कम'
उन्होंने कहा कि कोटा में चाकू बाजी की घटनाएं होना प्राचीन काल से है, लेकिन इन्हें किस तरह से रोका जा सकता है, इस पर भी प्रयास किया जाएगा. नशे के सवाल पर अमृता दुहन ने कहा कि नशा सभी के लिए खराब है और एक बार नशा करने से एक परिवार खत्म हो जाता है. उन्होंने कहा कि वह कोटा में रही हैं, कोटा में रहने का उनका डेढ़ साल का अनुभव रहा है. पुलिस अधीक्ष ने आश्वासन दिया कि पूरे प्रयास किए जाएंगे की कोटा में क्राइम कम किया जाए और बच्चों को सुरक्षित रखा जाए.


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