Kota Greenfield Airport: कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण में आ रही एक और बाधा दूर हो गई. शंभूपुरा में चिन्हित भूमि से गुजर रही हाई टेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए नगर विकास न्यास और पॉवर ग्रिड कॉर्पेरेशन के बीच एमओयू हो गया. इससे पहले कोटा-बूंदी दौरे पर पहुंचे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चिन्हित भूमि का निरीक्षण कर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन और कोटा-बूंदी के जिला प्रशासन के अधिकारियों से फीड बैक लिया.


निरीक्षण के दौरान स्पीकर ओम बिरला ने अधिकारियों से एयरपोर्ट की भूमि की स्थिति की जानकारी ली. इसके साथ ही जिला प्रशासन, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन द्वारा अब तक किए गए कार्य के बारे में भी पूछा. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि तीनों एजेंसियां अपने-अपने कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की कार्ययोजना बनाएं. 


कोटा एयरपोर्ट हमारी प्राथमिकताओं में शामिल
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि कोटा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का निर्माण हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है. यह कार्य कोटा-बूंदी सहित पूरे हाड़ौती के लिए कितना महत्वपूर्ण है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चिन्हित भूमि के हस्तांतरित होने से पहले ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ने डीपीआर बनाने के कायार्देश जारी कर दिए हैं. उन्होंने कहा, "हम हाड़ौती को विश्व स्तरीय सुविधाओं वाला ऐसा एयरपोर्ट देना चाहते हैं जो क्षेत्र की प्रगति की संभावनाओं के नए द्वार खोलेगा."


ओम बिरला ने कांग्रेस पर लगाए ये आरोप
इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने पिछली कांग्रेस सरकार पर एयरपोर्ट कार्य को लटकाने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा. ओम बिरला ने कहा, "एयरपोर्ट के लिए भार रहित जमीन उपलब्ध करवाना राज्य सरकार का दायित्व होता है. जमीन ट्रांसफर करने और बिजली की लाइनें शिफ्ट करने के लिए करीब 127 करोड़ रुपये राज्य सरकार को देना था, लेकिन 26 मई 2022 से 29 अगस्त 2023 के बीच वन विभाग, एयरपोर्ट अथॉरिटी और पावर ग्रिड कॉर्पेरेशन द्वारा भेजे गए दो दर्जन से अधिक स्मरण पत्रों के बाद भी महज 21 करोड़ रुपये ही जमा करवाए गए."


ओम बिरला ने कहा, "अगर कांग्रेस सरकार समय पर पैसे जमा करवा देती तो शायद अब तक निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका होता." उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी सरकार बनने के बाद अब कोटा एयरपोर्ट से जुड़े सभी काम प्राथमिकता से हो रहे हैं. हमारी कोशिश है कि निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू हो.


हाइटेंशन लाइन के 34 टॉवर होंगे शिफ्ट
कोटा एयरपोर्ट के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी की मांग के अनुरूप चिन्हित भूमि की सीमा से चारों दिशाओं में विद्युत लाइनों को डेढ़ किमी या उससे दूरी पर शिफ्ट किया जाएगा. ऐसे में हाईटेंशन लाइन हटाने के लिए पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन 11 किलोमीटर क्षेत्र में फैले कुल 34 टावर्स को शिफ्ट करेगा. इनके जरिए राजस्थान परमाणु बिजली घर से जयपुर साउथ और कोटा से मेड़ता-ब्यावर को 400 केवी की दो ट्रांसमिशन लाइंस के जरिए विद्युत आपूर्ति की जा रही है. इनके स्थान पर 46 नए टॉवर स्थापित किए जाएंगे, जिन पर 15.064 किमी लंबी ट्रांसमिशन लाइन बिछाई जाएंगी. 


डीपीआर तैयार करने के काम में तेजी
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देशों के अनुरूप डीपीआर तैयार करने का काम तेजी से किया जा रहा है. अथॉरिटी की कोशिश है कि लाइन शिफ्टिंग की प्रक्रिया पूरी होने तक डीपीआर तैयार करने के साथ अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया जाए. अधिकारियों के मुताबिक, जैसे ही पावर ग्रिड की ओर से सहमति मिले, अथॉरिटी तत्काल निर्माण कार्य प्रारंभ कर देगी.


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