ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर हुई फायरिंग की घटना को लेकर मशहूर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर का बयान सामने आया है. जयपुर में आयोजित एक धार्मिक कथा के दौरान उन्होंने इस घटना का जिक्र करते हुए सनातन समाज से आत्ममंथन करने की अपील की.

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देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि इस घटना को केवल एक विदेशी घटना मानकर नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इससे सनातन धर्म के अनुयायियों को भी गंभीरता से सोचने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले सनातनियों और अन्य समुदायों को कुछ कट्टरपंथी सोच के लोग काफिर मानते हैं और इसी मानसिकता के चलते हिंसक घटनाएं सामने आती हैं.

लोग बच्चों को 'शस्त्र और शास्त्र' दोनों की दिलाएं शिक्षा- देवकीनंदन ठाकुर

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने अपनी कथा के दौरान लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों को केवल शैक्षणिक ज्ञान तक सीमित न रखें, बल्कि उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से भी मजबूत बनाएं. उन्होंने कहा कि आज के समय में बच्चों को 'शस्त्र और शास्त्र' दोनों की शिक्षा देने की जरूरत है, ताकि वे ज्ञानवान होने के साथ-साथ अपनी और समाज की सुरक्षा भी कर सकें.

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बच्चों को महाराणा प्रताप की तरह बनना चाहिए साहसी और बलवान- ठाकुर

देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि यह समय सनातन समाज के लिए सोचने और समझने का है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बच्चों को महाराणा प्रताप की तरह साहसी और बलवान योद्धा बनाने के साथ-साथ मीराबाई की तरह भक्ति और संस्कारों से भी जोड़ना चाहिए. उनका कहना था कि संतुलित शिक्षा ही आने वाली पीढ़ी को मजबूत बना सकती है.

उन्होंने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलिया में जिस स्थान पर यह घटना हुई, वहां कोई सनातनी गतिविधि नहीं हो रही थी. साथ ही न वहां गीता पाठ हो रहा था और न किसी धार्मिक मांग को लेकर कोई प्रदर्शन था. इसके बावजूद वहां गोलीबारी की घटना हुई, जिसे उन्होंने निर्दोष लोगों पर किया गया हमला बताया.

आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता- ठाकुर

देवकीनंदन ठाकुर ने उन लोगों पर भी सवाल उठाए, जो यह कहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के पीछे की सोच और मानसिकता को समझना जरूरी है. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे किसी समाज के आम लोगों को दोषी नहीं ठहराते है, बल्कि कट्टर और हिंसक विचारधाराओं के खिलाफ चेतावनी दे रहे हैं.

जयपुर में अपनी कथा के अंत में देवकीनंदन ठाकुर ने ऑस्ट्रेलिया की इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कराई. उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना से सभी को सीख लेनी चाहिए और समाज को मजबूत और एकजुट बनाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.

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