करौली:  राजस्थान के करौली में बीती 2 अप्रैल को भड़की सांप्रदायिक हिंसा का मास्टरमाइंड मतलूब अहमद पुलिस के लिए चुनौती बन चुका है. दरअसल  हिंसा के 24 दिन गुजरने के बाद भी राजस्थान पुलिस मतलूब अहमद का कोई सुराग नहीं लगा पाई है और इस वजह से उसकी  गिरफ्तार नहीं सकी है. हालांकि पुलिस अपने खुफिया सूत्रों से अहमद के बारे में जानकारी जुटाने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक नतीजा सिफर ही रहा है.

  


2 अप्रैल को हुई थी हिंसा 


बता दें कि राजस्थान के करौली जिले में हिंदू नव संवत्सर पर 2 अप्रैल को हिंसा हुई थी. हिंसा का मास्टरमाइंड कांग्रेस समर्थित निर्दलीय पार्षद मतलूब अहमद बताया गया है. वहीं मतलूब के गिरेबान तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाए हैं. और  करौली हिंसा के 24 दिन गुजरने के बाद भी हिंसा के मास्टरमाइंड व मुख्य आरोपी पार्षद मतलूब अहमद को राजस्थान पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है. 


भगवा बाइक रैली पर विशेष समुदाय के लोगों ने किया था पथराव


बता दें कि 2 अप्रैल 2022 को हिंदू नव वर्ष नव संवत्सर के उपलक्ष्य में हिंदू समाज के युवाओं के द्वारा करौली शहर में निकाली जा रही भगवा बाइक रैली पर विशेष समुदाय के लोगों द्वारा  पथराव किया गया था और आगजनी भी की गई थी. इस घटना के बाद करौली में  सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी. जिसमें चार पुलिसवालों समेत 42 लोग घायल हुए थे. वही अनेक दुपहिया व चौपहिया वाहन सहित सैकड़ों दुकाने आगजनी में तबाह हो गई थी. इस घटना के बाद इलाके में एहतियातन कर्फ्यू भी लगा दिया गया था और भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. घटना के 15 दिन बार कर्फ्यू हटाया गया था. फिलहाल करौली में शांतिपूर्ण माहौल है.  


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