Exclusive: जेपी नड्डा ने राजस्थान भाजपा के इन 4 दिग्गज नेताओं से क्यों की अलग से 'मंत्रणा'? इसका जल्द दिखेगा असर!
JP Nadda Talk Four Bjp Leaders: जेपी नड्डा ने वसुंधरा राजे, राजेंद्र राठौड़ , डॉ सतीश पूनियां और गजेंद्र सिंह शेखावत से राज्य की वर्तमान हालत पर की बात, कई और मुद्दों पर भी मंथन.

JP Nadda Talk Four Bjp Leaders: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी (jp nadda ) ने जयपुर में सुबह से शाम तक गहन मंथन और और पार्टी का हालचाल जाना है. इसके साथ ही कई बैठकें भी हुई हैं. इन सबके बीच सूत्रों का कहना है कि नड्डा ने राजस्थान भाजपा के चार दिग्गज नेताओं के साथ अलग से मंत्रणा की है. जिनमें उनसे फीडबैक लिया गया है. वर्तमान हाल में पार्टी के प्रति क्या फीडबैक है इसकी जानकारी जुटाई गई है. इन नेताओं से राज्य में चुनाव की स्थिति और आगे होने वाले कार्यक्रमों पर भी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जायजा लिया है. ये फीडबैक ही आगे की रणनीति तय करेंगे. राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (vasundhara raje), नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (rajendra rathore) और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ( satish poonia) और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (gajendra singh shekhawat) से अध्यक्ष ने मंथन किया है. इसमें ख़ास बात यह रही है कि सभी से अलग-अलग बात हुई है.
चार नेता और बड़ी बैठक
जेपी नड्डा के जयपुर आने के कार्यक्रम की जानकारी जैसे ही कार्यकर्ताओं को लगी उन्हें एक उम्मीद जगी की कुछ नया होने वाला है. नड्डा के जयपुर आते ही उनके टीम की घोषणा हो गई. उसके बाद राज्य नेताओं को अपनी भूमिका तय होने की चिंता सताने लगी. इसके बाद सुबह से बैठक शुरू हो गई. उसके बाद कई दौर बैठकें और चर्चाएं हुई हैं. मगर शाम के समय में जेपी नड्डा ने जिन चार नेताओं से अलग से मंथन किया है, उन्हें बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. उन्हें ही आगे चुनाव में लेकर पार्टी उतरना चाह रही है. सूत्र बता रहे हैं कि चारों नेताओं ने अपनी-अपनी बातें पार्टी के लिए कही हैं. इसके साथ ही साथ विधान सभा सीटों की जानकारी ज्यादा जुटाई गई है.
अभियानों पर बनी रणनीति
सूत्र बता रहे हैं कि इस मंथन में संगठन को लेकर ज्यादा चर्चा हुई है. चूंकि, अब चुनाव प्रबंधन और संचालन समिति (को बनाना है. ऐसे में संगठनात्मक दृष्टिकोण से ये बैठक नड्डा के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है. जो भी अभियान पार्टी के शुरू होने वाले है. उन्हें आक्रामक तरीके से चीजें को आगे बढ़ाने की जरूरत को देखा जा रहा है.
Source: IOCL






















