जोधपुर हाई कोर्ट की पुरानी बिल्डिंग में जब सोमवार (11 अगस्त) को कर्मचारी कोर्टरूम का दरवाजा खोल रहे थे, तभी कोर्टरूम की छत ढही हुई मिली. गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई, क्योंकि माना जा रहा है कि छत रात में किसी समय ढही होगी.

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दो दिन की छुट्टी के बाद अदालत कक्ष फिर से खुला. चाय की मेज का शीशा और कई फर्नीचर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे. सूखे सीमेंट और बजरी के भारी टुकड़े, और फॉल्स सीलिंग के टूटे हुए टुकड़े, फर्श पर बिखरे पड़े मिले.

बाड़मेर कलेक्ट्रेट में भी छत गिरने की घटनान्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना के बाद अधिकारियों को इमारत के अन्य हिस्सों की भी जांच करनी पड़ी. बाड़मेर में भी इसी तरह की एक घटना हुई, जहां बाड़मेर कलेक्ट्रेट की राजस्व विभाग शाखा की छत और प्लास्टर की एक पट्टी टूटकर गिर गई.

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घटना के समय शाखा में पांच लोग मौजूद थे. वकील को छोड़कर सभी बाल-बाल बच गए, उनकी उंगली में चोट आई है. एडीएम राजेंद्र सिंह चांदावत ने कहा कि छत पुरानी थी और बारिश के कारण कमज़ोर हो गई थी. हम इसकी मरम्मत करवाएंगे.

मरम्मत के लिए बंद की गई ब्रांचएडीएम राजेंद्र सिंह चांदावत ने बताया कि छत पुरानी थी और बारिश के कारण कमज़ोर हो गई थी. हम इसकी मरम्मत करवाएंगे. उन्होंने बताया कि कलेक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाकर पूरे कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण किया जाएगा. प्रशासनिक और लोक निर्माण विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और मरम्मत के लिए शाखा को बंद करने का आदेश दिया.

इससे पहले जुलाई के महीने में झालावाड़ में सरकारी स्कूल की दीवार गिरने से बड़ा हादसा हो गया था. भारी बारिश के बीच दीवार गिरने से 7 बच्चों की मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद एक्शन लेते हुए 10 टीचर्स और अधिकारियों को सस्पेंड किया गया.