Rajasthan Education News: राजस्थान यूनिवर्सिटी में सितम्बर-अक्टूबर तक राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद ( NAAC) की टीम दौरा करेगी. यूनिवर्सिटी प्रशासन तेजी से काम कर रहा है. वीसी प्रो अल्पना कटेजा नैक टीम के दौरे की तैयारियों में जुटी हैं.


पिछले कई वर्षों से वीसी की बेरुखी के कारण नैक टीम दौरा नहीं कर सकी थी. वर्ष 2021 में नैक टीम को आना था. लेकिन तत्कालीन वीसी राजीव जैन ने कोई काम नहीं किया. नतीजा हुआ कि नैक की टीम आई नहीं और 100 करोड़ रुपये का ग्रांट अधर में लटक गया. अब उस नुकसान से अभी भी यूनिवर्सिटी को गुजरना पड़ रहा है.


वीसी अल्पना कटेजा को उम्मीद है कि सितम्बर-अक्टूबर तक टीम दौरा कर लेगी. मार्च 2016 में नैक टीम ने राजस्थान विवि का दौरा कर ए ग्रेड दिया था. यूनिवर्सिटी ए ग्रेड से पहले ए प्लस मिला था. उस दौरान विवि को बढ़िया फंड मिला था. मगर, पिछले आठ साल में एक बार भी नैक टीम के दौरे को लाने की तैयारी भी नहीं की गई.


राजस्थान यूनिवर्सिटी के लिए खुशखबरी


अब उसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है. जिसमें कई परेशानियां भी सामने आ रही हैं लेकिन वीसी को उम्मीद है कि नैक की टीम सितम्बर से अक्टूबर तक आ जायेगी. नैक की ग्रेडिंग न होने से राजस्थान विवि ग्रांट के लिए अप्लाई भी नहीं कर पाई. पुराने सिस्टम के हिसाब से नैक टीम का दौरा हो रहा है. अगर, इस बार नहीं हुआ तो आगे फिर नियम बदल जाएंगे.


वीसी ने बताया कब दौरा करेगी नैक की टीम?


वीसी प्रो अल्पना कटेजा का कहना है कि नैक के दौरे से पहले कई बिंदुओं पर काम करना होता है. विवि का इंफ्रास्ट्रक्चर अपडेट होना चाहिए. नई कम्यूटर लैब खोली जा रही है. इंडियन नॉलेज प्रणाली (IKS) खोला जा रहा है. एलुमनाई मीट करवा गया है.


डेटा का डॉक्यूमेंटेशन करवाया गया है. कई तरह की एक्टिविटी विवि में तेजी करवाई जा रही है. नैक की ग्रेडिंग के बाद दो तरह की ग्रांट मिलती है. पहली यूजीसी और दूसरी राष्ट्रीय उच्चस्तर शिक्षा अभियान (आरयूएसए) के तहत ग्रांट मिलती है.


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