राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले कार्तिक शर्मा (Karthik Sharma) को आईपीएल की चेन्नई सुपर किंग टीम द्वारा 14.20 करोड़ में खरीदा गया. कार्तिक के चयन के बाद भरतपुर जिला क्रिकेट एसोसिएशन मेंखुशी की लहर दौड़ गई. भरतपुर क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा शहर के लक्ष्मण मंदिर पर पटाखे फोड़कर मिठाई बाँट कर जश्न मनाया गया. इसी दौरान DCA के सचिव शत्रुघ्न के पास कार्तिक और उसके पिता का वीडियो कॉल आया. उन्होंने कार्तिक के चयन होने के बाद DCA के पदाधिकारियों को बधाई दी.

Continues below advertisement

जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव शत्रुघ्न तिवारी ने बताया कि कार्तिक (19) भरतपुर में रूपबास रोड पर दारापुर क्षेत्र में पेट्रोल पंप के पास रहता है. वह बेहद गरीब परिवार से है. उसके पिता मनोज शर्मा प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाते थे. वहीं कार्तिक भी घर चलाने के लिए ट्यूशन पढ़ाता था. कार्तिक की मां राधा शर्मा आंगनवाड़ी साहिका के पद पर कार्यरत हैं. कार्तिक के पिता ने पानी और कोल्ड ड्रिंक की सप्लाई भी की है. वह छोटी-छोटी मजदूरी कर अपने बेटे को क्रिकेट खिलाते थे.

कार्तिक ने 12वीं तक की है पढ़ाई

साल 2014 में वह DCA में आया तब उसकी परफॉर्मन्स देखकर DCA ने उसे खेलने में काफी मदद की . वह अटैकिंग क्रिकेट खेलता है. वह जब भी प्रैक्टिस करता था तो, सिर्फ मशीन पर 6 मारने की प्रैक्टिस करता था. कार्तिक अंडर-14, अंडर-16 खेल चुका है. साथ ही अंडर-19 राजस्थान की टीम का कप्तान भी रह चुका है. इसके अलावा कार्तिक इंडिया-C टीम के लिए भी खेला है. कार्तिक ने 12वीं तक पढाई की है.

Continues below advertisement

पिता ने कर्ज लेकर खिलाया क्रिकेट

शत्रुघ्न तिवारी ने बताया कि कार्तिक के पिता ने कर्ज लेकर उसे खिलाया. कार्तिक के पिता मनोज पर करीब 30 लाख तक का कर्ज है. जो उनके पास प्लाट थे वह कार्तिक को क्रिकेट खिलाने के लिए उसके पिता ने बेच दिए. कार्तिक की मां ने अपने गहने बेच कर कार्तिक को क्रिकेट खिलाया. 

उन्होंने कहा कि, कार्तिक के माता पिता को विश्वास था कि कार्तिक एक दिन बड़ा खिलाड़ी बनेगा. इसी भरोसे के साथ वह कार्तिक को खिलाते रहे. कार्तिक के दो भाई और हैं जिसमें प्रिंस (15) कोटा में पढ़ाई करता है. अनमोल (13) भी क्रिकेट खेलता है. वह दोनों हाथों से बॉलिंग करता है.