Rajasthan News: विजय हजारे ट्रॉफी में हरियाणा टीम ने जीत हासिल की है. उन्होंने रविवार को राजस्थान टीम को हराकर यह जीत अपने नाम की है. इस जीत की चर्चा के साथ ही हरियाणा टीम के कप्तान अशोक मेनारिया की चर्चा भी खूब हो रही है. उदयपुर के रहने वाले अशोक मेनारिया एक साल पहले तक राजस्थान टीम के कप्तान थे, लेकिन कुछ आरोपों के कारण उन्हें यह टीम छोड़नी पड़ी. अशोक मेनारिया उदयपुर के रहने वाले हैं और वह अंडर 19 इंडियन टीम का नेतृत्व भी कर चुके हैं और लंबे समय से राजस्थान टीम से जुड़े हुए थे. जब राजस्थान टीम दो बार रणजी जीती तो उसमें मेनारिया भी थे.
एबीपी न्यूज से बात करते हुए अशोक मेनारिया ने कहा कि हरियाणा टीम विशेष है. हम टूर्नामेंट में अजेय रहे, इससे पता चलता है कि हममें कितनी क्षमता है. राजस्थान टीम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब पिछले साल रणजी ट्रॉफी के अंत में मैं चोटिल हो गया, तब प्रबंधन में कुछ लोगों ने कहा था कि जबरदस्ती चोटिल हो रहा है, क्योंकि खेलना नहीं चाहता है. इसके बाद मैंने अपना आत्मविश्वास खो दिया था. फिर हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) के कोचिंग निदेशक अश्विनी कुमार और अनिरुद्ध चौधरी ने मुझ पर भरोसा दिखाया और आज इस जीत की हमें बहुत खुशी है.
'हरियाणा ने जताया मुझपर भरोसा'
मेनारिया ने आगे कहा कि जब हैमस्ट्रिंग की समस्या से निपट रहा था, तो आरसीए को रिकवरी में मदद करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हरियाणा के लिए साइन करने से पहले, मैंने प्रबंधन को अपनी चोट के बारे में बताया था और फिर भी वह मुझे टीम में रखने के लिए तैयार थे. उन्होंने हैमस्ट्रिंग और घुटने की चोटों के इलाज में मेरी मदद की और तब तक इंतजार किया जब तक मैं हरियाणा का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं हो गया.