Teacher Transfer in Rajasthan: राजस्थान में सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले जुलाई में करने की तैयारी है. इन तबादलों के लिए निदेशालय ने 21 सूत्रीय गाइडलाइन बनाकर प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है.इन तबादलों में मंत्री-विधायकों की डिजायर के अलावा गाइडलाइन के 21 बिंदुओं को पूरा करने वाले शिक्षकों को ही प्राथमिकता मिलेगी. राजस्थान में पिछले चार साल से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं हैं. इसके लिए ये शिक्षक पिछले काफी समय से आंदोलन कर रहे हैं. सरकार बनने से पहले कांग्रेस ने तबादलों के लिए पॉलिसी बनाने की घोषणा की थी. सरकार की कोशिश चुनाव में जाने से पहले तृतीय श्रेणी शिक्षकों को खुश कर देने की है.


किन शिक्षकों के असानी से होंगे तबादले


सूत्रों के मुताबिक जून में तबादलों से रोक हटने के साथ शिक्षकों से आवेदन मांगे जाएंगे. जिला बदलने के लिए वर्तमान जिले में पांच साल की नौकरी अनिवार्य होगी. इसके साथ ही तीन साल के रिजल्ट को भी देखा जाएगा. खराब परीक्षा परिणाम वाले शिक्षकों को तबादले में मौका नहीं मिलेगा. जिन स्कूलों ने लगातार तीन साल तक 5वीं और 8वीं के लिए 5 स्टार रेटिंग हासिल की है. इस पूर्व अवधि में इन स्कूलों में लेवल-1 व 2 को उनके पसंद की जगह पर ट्रांसफर में प्राथमिकता दी जाएगी.इसके अलावा पूरी तरह से दिव्यांग शिक्षक, गंभीर रूप से बीमार शिक्षक, गभीर बीमार पति, पत्नी और आश्रित बच्चे जिन्हें मेडिकल सहायता की विशेष आवश्यकता  है, उनको भी प्राथमिकता मिलेगी. वहीं विधवा, परित्यकता, वर्तमान में सेवारत सैनिकों को पत्नियों को भी वरीयता दी जाएगी. 


निदेशालय की गाइडलाइन लेवल-1, लेवल-2, प्रबोधक, पीटीआई, लाइब्रेरियन सहित ग्रेड थर्ड प्रयोगशाला सहायक पर लागू होगी. साल 2018 के बाद तृतिय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं हुए हैं. 


पहले आवदेन करने वालों का क्या होगा


सरकार ने पिछले साल तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले के लिए आवेदन मांगे थे. इस दौरान 85 हजार आवेदन आए थे. अगर इस साल फिर से दोबारा आवेदन मांगे गए तो यह संख्या और बढ़ जाएगी. हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि जिन लोगों ने पिछले साल आवेदन किया था, उनको नए सिरे से आवेदन करना होगा या उनके पुराने आवेदन पर ही विचार किया जाएगा. राजस्थान में करीब 10 लाख राज्य कर्मचारी हैं. इनमें लगभग 3.5 लाख स्कूल शिक्षक हैं.इनमें ग्रेड थर्ड शिक्षकों की संख्या करीब सवा दो लाख है. 


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