Rajasthan News: भारतीय ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट के कुछ उत्पादों के दूषित होने की स्थानीय और वैश्विक स्तर पर जांच पड़ताल शुरू हो गई है जिसके बाद राजस्थान की ओर से केंद्र सरकार को बताया गया कि इन दोनों ब्रैंड के कुछ मसालों को असुरक्षित पाया गया है. दरअसल, अप्रैल में हॉन्ग कॉन्ग ने एमडीएच के तीन और एवरेस्ट के एक मसाले की बिक्री पर रोक लगा दी थी. इसमें दावा किया गया था कि मसालों में कैंसर होने वाले पेस्टिसाइज इथिलीन ऑक्साइड बड़ी मात्रा में मौजूद हैं  जिसके बाद भारतीय और वैश्विक बाजारों के नियामकों ने इसकी जांच शुरू कर दी थी. 

Continues below advertisement

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक सिंगापुर ने भी एवरेस्ट के मसालों पर रोक लगा दी है जबकि न्यूजीलैंड, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि वे इस मसले को देख रहे हैं. जबकि ब्रिटेन ने भारत से आने वाले मसालों पर अतिरिक्त नियंत्रण लगा दिया है. भारत मसालों का सबसे बड़ा निर्यातक, उत्पादक और उपभोक्ता है. इस बीच राजस्थान ने विभिन्न मसालों के सैंपल की जांच की और एवरेस्ट के कई मसालों और एमडीएच के दो मसालों को असुरक्षित पाया. 

एवरेस्ट ने अपनी सफाई में कही यह बातराजस्थान के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने FSSAI को एक चिट्ठी में इसकी जानकारी दी है. एमडीएच और एवरेस्ट के मसाले यूरोप, एशिया, उत्तरी अमेरिकी में भी बेचे जाते हैं. इनका दावा है कि उनके उत्पाद सुरक्षित हैं. हालांकि राजस्थान सरकार की जांच के नतीजों पर एवरेस्ट ने कहा कि हम मसाले के निर्माण और पैकेजिंग के दौरान उसमें पेस्टिसाइड नहीं मिलाते हैं. 

Continues below advertisement

मसाले में पाए गए कीटनाशकराजस्थान सरकार का कहना है कि पिछले सप्ताह इसने 12 हजार किलोग्राम मसाले को जब्त किया है जो कि दूषित थे और इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है. सरकारी बयान में कहा गया है कि राजस्थान ने मई में मसालों के दर्जनों सैंपल को कलेक्ट किया था और मसालों में बड़ी मात्रा में कीटनाशक पाए गए हैं.

ये भी पढे़ं- गांधी फैमिली के साथ खड़ी थीं दिव्या मदेरणा, बता दिया कंगना रनौत पर हमला करने वाली कॉन्स्टेबल, जानें पूरा विवाद?