Bharatpur Doctors Strike: कोलकाता रेप और हत्याकांड के विरोध में डॉक्टर आंदोलनरत हैं. भरतपुर के डॉक्टरों ने भी कार्य बहिष्कार कर दिया है. शनिवार सुबह 8 बजे डॉक्टर पेन डाउन हड़ताल पर चले गये. आरबीएम अस्पताल में मरीजों को मात्र इमरजेंसी की सुविधा मिली. ओपीडी में डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार की घोषणा से मरीज हलकान रहे.

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मरीजों को बिना इलाज के वापस लौटना पड़ा. डॉ. नागेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि कोलकाता की घटना के खिलाफ देशभर में जबरदस्त गुस्सा है.

भरतपुर के डॉक्टरों ने भी 24 घंटे अस्पतालों में कार्य बहिष्कार कर विरोध दर्ज करवाया है. प्रमुख चिकित्सा डॉ.नागेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि कोलकाता की घटना से आहत हैं. डॉक्टर के साथ-साथ देशभर में आक्रोश है. आज सभी डॉक्टरों ने अस्पतालों में0 कार्य बहिष्कार किया है. मानवीय संवेदनाओं का ध्यान रखते हुए इमरजेंसी सेवाओं को छूट दी गयी है.

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कल (रविवार 18 अगस्त) सुबह 6 बजे तक डॉक्टर पेन डाउन हड़ताल पर रहेंगे. अस्पतालों में कार्य बहिष्कार के फैसले की जानकारी आगे दी जायेगी. शाम को आरबीएम अस्पताल के जूनियर, रेजिडेंट डॉक्टर और इंटर्न ने कैंडल मार्च निकालकर मृतिका को श्रद्धांजलि दी. डॉक्टरों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द पीड़िता को इंसाफ दिलाने की कार्रवाई करे.

कल सुबह 6 बजे तक काम नहीं करेंगे डॉक्टर

आंदोलनकारियों ने डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की भी मांग की है. आपको बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ दंरिदगी की गयी थी. आठ अगस्त की रात रेप के बाद महिला डॉक्टर को मौत की नींद सुला दिया गया था. सुबह अर्ध नग्न हालत में महिला डॉक्टर का शव मिलने से हड़कंप मच गया.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत की पुष्टि हुई थी. घटना के बाद डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. डॉक्टर कोलकाता की मृतिका को इंसाफ देने के साथ प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग कर रहे हैं.  

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