Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिली है. कांग्रेस को मात्र एक सीट से संतोष करना पड़ा. विधानसभा की सात सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की करारी हुई. कांग्रेस के खाते में दौसा सीट आई. नवनिर्वाचित विधायक दीनदयाल बैरवा ने कल सचिन पायलट के घर पहुंचकर आभार जताया है. बैरवा की सचिन पायलट से मुलाकात के सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और अशोक गहलोत की चर्चा गायब है.
दौसा विधानसभा को सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है. इसलिए इस सीट पर हार और जीत के बाद सियासी मायने बदलते और बनते हैं. दीनदयाल बैरवा ने उपचुनाव जीतकर कांग्रेस की झोली में दौसा डाल दिया है. सचिन पायलट ने कहा कि उपचुनाव में खास कर दौसा विधानसभा क्षेत्र पर पूरे देश की नजर थी. दौसा से कांग्रेस की जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं को जाता है. उन्होंने कहा कि दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा, जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्षों, मंडल अध्यक्षों सहित पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एकजुटता के साथ काम किया.
दौसा में कांग्रेस की जीत पर क्या बोले सचिन पायलट?
सचिन पायलट ने कहा कि दौसा के प्रत्येक समाज, वर्ग ने कांग्रेस का साथ देकर चुनौतीपूर्ण समय में एकजुटता का परिचय दिया. उन्होंने कहा कि प्रशासन के दबाव में आए बिना कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन और आशीर्वाद जनता से मिला. उन्होंने दौसा की जनता का हार्दिक आभार व्यक्त किया. दौसा सीट पर लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बड़े वोटों के अंतर् से हार हुई थी.
इस बार विधानसभा उपचुनाव में कम वोटों के अंतर से कांग्रेस जीती है. दौसा की सीट पर हार जीत के कई मायने निकाले जा रहे हैं. बता दें कि दौसा में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की प्रतिष्ठा दांव पर थी. बीजेपी ने किरोड़ी लाल मीणा के भाई पर दांव लगाया था. उपचुनाव का नतीजा आने के बाद बीजेपी प्रत्याशी जगमोहन मीणा को हार का सामना करना पड़ा. भाई की हार का दर्द मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को जबरदस्त हुआ.
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