Rajasthan Politics News: कांग्रेस विधायक विजयपाल मिर्धा (Vijaypal Mirdha) ने ड्राइवर के लापता होने के मामले में सफाई दी है. उनका कहना है कि जिनके खुद के घर शीशे के हैं वो दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते. विधायक का ड्राइवर ताराचंद पिछले 11 महीने से राजस्थान (Rajasthan) के डेगाना से गायब है. मिर्धा से सोशल मीडिया पर विपक्षी सवाल कर रहे हैं. वहीं, अब विधायक मिर्धा का कहना है कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है. 

डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा के ड्राइवर ताराचंद के गायब होने के मामले में जांच चल रही है. मूंडवा के सीईओ धन्नाराम ने बताया कि नागौर के डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा का ड्राइवर ताराचंद पिछले साल 10 मई से लापता है. हालांकि ड्राइवर ताराचंद की इस दौरान लोकेशन तलाश की गई थी तो 12 मई की रात दिल्ली, 13 मई को सीकर जिले के रींगस और 14 मई को कोटा-सवाई माधोपुर में मिली थी.  इस मामले में ड्राइवर ताराचंद के पिता देवाराम ने 14 मई को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

मेरा स्टाफ बाहर जाकर गायब हो जाता है तो मेरा क्या दोष- मिर्धा डेगाना सहित आसपास के क्षेत्र में सुगबुगाहट के बाद अब विधायक ने ट्वीट कर 16 अप्रैल को अपनी सफाई दी हैं. उन्होंने कहा, 'आप सबसे अनुरोध है कि ऐसे लोग अब खुद जवाब दें. मेरे ड्राइवर की गुमशुदगी की रिपोर्ट मैंने खुद उसके पिताजी के द्वारा करवाई थी. उसको ढूंढने में कोई भी कसर नहीं छोड़ी है. पिछले 11 महीने से समय-समय पर पुलिस से इस संबंध में जानकारी भी लेता रहता हूं. उसकी जांच सीबीआई से भी करवा सकते हैं. अगर मैं दोषी साबित होता हूं तो आज के बाद कभी चुनाव नहीं लडूंगा यह मेरा आप सब से वादा है. मेरे यहां पर 200 का स्टाफ हैं. अगर कोई कहीं जाता है और वह गायब हो जाता है तो उसकी मेरी जिम्मेदारी नहीं है इसमें मेरा क्या दोष हैं.'

घोटाले के दोषी मुझपर आरोप लगा रहे- मिर्धाडेगाना कांग्रेस विधायक विजयपाल मिर्धा ने आगे कहा, 'मुझ पर इस तरह का कीचड़ उछालने वाले खुद घोटाले के दोषी साबित हो चुके हैं और अपनी राजनीतिक पहचान का दुरुपयोग करते हुए बाहर खुले घूम रहे हैं. इनके लिए राजनीति का मतलब सिर्फ शासन करना और जनता के पैसों से अपनी तिजोरी भरना है. जो खुद दोषी हैं वह मुझ पर कीचड़ उछाल रहे हैं. मैं उनसे कहना चाहूंगा कि जिनके खुद के घर शीशे के होते हैं वह दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते.'

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