Rajasthan Election Results: राजस्थान में चुनाव परिणाम आने के बाद जीत का जश्न मनाया जा रहा है तो हार पर मंथन भी हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही दलों के लिए इस बार कोटा संभाग में कुछ चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं. इन परिणामों के पीछे कई वजह भी सामने आई हैं, जिसके चलते यहां हार-जीत हुई. कई दिग्गज भी धराशाही हुए. जिन नेताओं के नाम सर्वे में सबसे आगे थे, वो सबसे पीछे हो गए. ऐसे कई चौंकाने वाले परिणामों पर विश्लेषण का दौर जारी है. कोटा संभाग की 17 विधानसभा में बारां और बूंदी ने चौंकाने वाले परिणाम दिए हैं.


बारां में मंत्री खुद हारे और अपने विधायकों को भी न बचा सके
बारां विधानसभा में सबसे कद्दावर नेता और अशोक गहलोत के करीबी मंत्रियों में शामिल प्रमोद जैन भाया की हार की किसी को भी उम्मीद नहीं थी. सभी सर्वें में वह पहले नंबर पर चल रहे थे. अंता और हिंडौली सीट पर कांग्रेस की जीत निश्चित मानी जा रही थी. लेकिन परिणामों ने सभी दावे फेल कर दिए. बीजेपी के कंवर लाल मीणा ने खनन और गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया को हरा दिया. यहां वोट जातिगत आधार पर बंटना सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है. साथ ही मोदी का बार-बार कहना भाया ने खूब खाया भी सोशल मीडिया पर खूब चला.


इसके साथ ही कांग्रेस के विधायक रहे भरत सिंह पांच साल तक अपनी ही सरकार के मंत्री प्रमोद जैन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे, जिसके कारण एक माहौल तैयार हो गया. उनके द्वारा किए गए सेवा कार्य भी काम नहीं आए और भाया हार गए. भाया के हारने के साथ ही उनके साथी विधायक पानाचंद मेघवाल बारां से हार गए और किशनगंज विधानसभा से निर्मला सहरिया विधायक थीं, वो भी हार गई. छबड़ा सीट पर बीजेपी का कब्जा कायम रहा और वहां बीजेपी के प्रताप सिंह सिंघवी सातवीं बार लगातार चुनाव जीत गए. बारां और झालावाड़ में वसुंधरा राजे का जलवा कायम रहा.


बूंदी में सब हारी बीजेपी, भीतरघात-गलत टिकट वितरण बनी वजह 
बूंदी जिले में तीन विधानसभा आती हैं और बीजेपी तीनों ही हार गई. यहां हिंडौली से खेल मंत्री अशोक चांदना जीते हैं, इनकी जीत निश्चित बताई जा रही थी. यहां बीजेपी ने जातिवाद का कार्ड खेला था और पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी को उतारा था. लेकिन यह दांव फेल हो गया. जबकी बूंदी विधानसभा में 15 साल से विधायक रहे अशोक डोगरा हार गए. यहां बीजेपी का गलत टिकट वितरण सामने आया है. यहां से बीजेपी के बागी रूपेश शर्मा को करीब 40 हजार मत मिले, जिसके चलते बीजेपी हार गई और कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा जीत गए. जबकी ये बीजेपी की परंपरागत सीट थी.


अशोक डोगरा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के खेमे से आते हैं, जबकी रूपेश शर्मा वसुंधरा खेमे के हैं. वहीं केशवराय पाटन सीट पर बीजेपी विधायक चंद्रकांता मेघवाल भी हार गईं. उन्हें सीएल प्रेमी ने हराया है. यहां कांग्रेस के राकेश बोयत बागी थे, लेकिन वह ज्यादा असर नही छोड़ सके. चंद्रकांता मेघवाल सीट बदलने की मांग कर रही थीं, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली और उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 


Rajasthan Chief Minister: कब मिलेगा राजस्थान को मुख्यमंत्री? CM पर सस्पेंस के बीच किरोड़ी लाल मीणा ने बता दी तारीख