Rajasthan Politics: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की अंदरूनी रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. एक ओर जहां राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बीते दिनों यह कहा था कि विधायकों को करोड़ों रुपये देकर सरकार गिराने की कोशिश की गई तो वहीं सचिन पायलट ने कहा था कि गहलोत की नेता सोनिया गांधी, नहीं वसुंधरा राजे हैं. इन सबके बीच पायलट अब जनसंघर्ष यात्रा लेकर निकले हैं. उनकी यात्रा शुक्रवार को भी जारी रही.


अजमेर में यात्रा के दौरान सचिन पायलट ने पेपर लीक मुद्दे पर कांग्रेस की सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि पेपर लीक जांच के दौरान बयान आया कि इसमें न कोई नेता शामिल है न कोई अधिकारी. ऐसे में बिना जांच खत्म किए अगर हम पहले ही घोषित कर देंगे तो क्या जांच रह जाएगी. पायलट ने अपने बयान से संकेत दिए कि वह पार्टी के बताए रास्ते पर चल रहे हैं.


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पायलट ने कहा कि भ्रष्टाचार कहां नहीं होता लेकिन आप उसे हटाने के लिए कितने कदम उठा रहे हैं. मई का महीना है लेकिन फिर भी लोग सड़कों पर आ रहे हैं लेकिन जो मुद्दे मैंने उठाए हैं, वो प्रासंगिक हैं. करप्शन और नौजवानों के मुद्दे हम सभी को प्रभावित करते हैं. उम्मीद करते हैं कि हमारी सरकार इस यात्रा के दौरान हमारे द्वारा उठाए गए मुद्दों का संज्ञान लेगी.


'ठीक वही काम मैं भी कर रहा हूं...'
उन्होंने सवाल किया कि करप्शन कहां नहीं होता लेकिन जांच पारदर्शी तरीके से होना चाहिए. करप्शन को खत्म करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए. जो लोग शामिल हैं, क्या उनके खिलाफ कार्रवाई की गई? आखिर में क्या हुआ... आरपीएससी के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है. मैं लांछन नहीं लगा रहा हूं लेकिन जांच पारदर्शी होनी चाहिए. 


कांग्रेस नेता ने कहा कि जनता ही सर्वोच्च है. वही चुनाव जिताती और हराती है. हर पार्टी की जिम्मेदारी है कि वह जनता के बीच रहे. हमारी पार्टी भी हमेशा कहती है, हम भी कहते हैं कि करप्शन को टॉलरेट नहीं करेंगे. ठीक वही काम मैं भी कर रहा हूं.