Rajasthan Politics: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के करीबी नेता सुपारस भंडारी (Suparas Bhandari) ने बीस सूत्री कार्यक्रम समिति में मेंबर बनाने पर नाराजगी जताते हुए पत्र लिखा है. सुपारस भंडारी का जापान से लिखा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जोधपुर शहर विधानसभा सीट से 2013 में सुपारस भंडारी कांग्रेस उम्मीदवार रहे थे. सुपारस भंडारी ने पत्र में लिखा कि पाली संसदीय सीट और जोधपुर मेयर पद के उम्मीदवार बनाने की पेशकश को मना कर दिया था. जोधपुर शहर विधानसभा का चुनाव नरेंद्र मोदी लहर की वजह से हार गया. राजनीतिक नियुक्तियों का कई ऑफर मिलने के बावजूद उन्होंने पद का लालच कभी नहीं किया. मैं पार्टी हित में लगातर काम कर रहा हूं.
मुख्यमंत्री गहलोत के करीबी ने पद ठुकराया
बीस सूत्री कार्यक्रम समिति का महज सदस्य नियुक्त किए जाने से ठेस पहुंचा है. मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में सुपारस भंडारी ने लिखा है कि शहर कांग्रेस उत्तर का जिलाध्यक्ष सलीम खान के साथ क्रमांक 12 पर सदस्य मनोनीत किया गया. मुझे लगता है कि नियुक्तिों की लिस्ट आप से बिना चर्चा के बनाई गई है. अगर ऐसा है तो शासन सचिव को कह कर मेरा नाम लिस्ट से हटवाने की कृपा करें. भंडारी ने आगे लिखा कि मेला प्राधिकरण का चेयरमैन बनाकर मंत्री पद लेने से इनकार कर दिया. 2013 में शहर विधानसभा सीट का टिकट देकर भरोसा जताया गया. मोदी लहर की वजह से चुनाव में हार मिली.
2018 के चुनाव में किसी कारणवश मुझे टिकट नहीं दिया गया. इसके बावजूद मैंने मनीषा पवार को जीत दिलाने में पूरा सहयोग किया. उन्होंने लिखा कि मैंने कभी कोई पद नहीं मांगा. आपने इस कार्यकाल में एक कमेटी का चेयरमैन बनाने का ऑफर भी दिया लेकिन पार्टी हित में मैंने मना कर दिया. अब ये सब किसने करने को कहा, मुझे इस नियुक्ति से बहुत आघात लगा है. सुपारस भंडारी ने लिखा कि आप मेरा हमेशा दर्जा बढ़ाने में थे. लेकिन किसी ने मुझे बिना मतलब नीचा दिखाने की कोशिश की है. आप मेरा नाम कमेटी से हटवाने का आदेश दो और आकलन करें कि आपके इर्द-गिर्द ऐसे लोग कौन हैं. भंडारी के पत्र से जोधपुर कांग्रेस में नियुक्ति पर विवाद छिड़ गया है.