Baisakshi 2023: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शुक्रवार को बैसाखी पर्व के अवसर पर गुरू नानक देव सिख कल्याण बोर्ड के गठन को मंजूरी दी. यह बोर्ड सिख समुदाय के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक उन्नयन हेतु विभिन्न कार्य संपादित करेगा. अल्पसंख्यक मामले के विभाग द्वारा बोर्ड के गठन के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई. इस बोर्ड का उद्देश्य सिख समुदाय के विभिन्न वर्गों के लोगों के उत्थान के लिए योजनाएं प्रस्तावित करना और रोजगार को बढ़ावा देने के संबंध में सुझाव देना है.
कैसे काम करेगा गुरू नानक देव सिख कल्याण बोर्ड?
इसके साथ ही गुरू नानक देव सिख कल्याण बोर्ड सिख समुदाय के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन पर भी सुझाव देगा. इसके साथ ही बोर्ड सिख समुदाय की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने और समुदाय के परंपरागत व्यवसायों को आधुनिक रूप देने के लिए भी सुझाव देगा. अधिसूचना के अनुसार बोर्ड सामजिक, आर्थिक और शैक्षणिक योजनाओं में सिख समुदाय की भागीदारी, समुदाय के लिए नवीन योजनाओं की प्रगति और इनके क्रियान्वयन में आ रही कठिनाईयों और समाधान हेतु निरंतर समीक्षा करेगा.
गुरू नानक देव सिख कल्याण बोर्ड का प्रशासनिक विभाग अल्पसंख्यक मामले का विभाग होगा. इस बोर्ड में सात गैर सरकारी सदस्य होंगे, जिनमें एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष और पांच सदस्य शामिल होंगे. साथ ही, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि इसमें सदस्य के रूप में शामिल होंगे. बोर्ड के सचिव पद पर अल्पसंख्यक मामले के विभाग के उपनिदेशक स्तर का अधिकारी कार्य संपादित करेगा. जल्द ही इस बोर्ड का पूरी तरह से गठन कर दिया जाएगा.
बता दें कि इस साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं. ऐसे में इसे चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है कि सीएम अशोक गहलोत सभी को खुश रखना चाहते हैं. इससे पहले सीएम गहलोत ने दूसरे वर्गों के लिए भी बोर्ड बनाए हैं.
ये भी पढ़ें: Rajasthan Politics: 'ऑटो मोड में उड़ रहा सचिन पायलट का प्लेन', राजस्थान कांग्रेस में घमासान पर BJP का तंज