Rajasthan News: राजस्थान यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल होने आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को विश्वविद्यालय गेट से बाहर निकलते समय ABVP के 6 छात्रों ने काले झंडे दिखाए थे. उसके बाद गांधी नगर थाने की पुलिस ने सभी छात्रों को थाने लाई, लेकिन काले झंडे दिखाते समय पुलिस ने उसी समय सड़क पर जमकर पिटाई की है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. लेकिन अब कार्यकर्ता ABVP लगातार गांधी नगर थाने का घेराव कर रहे हैं. 


छात्रों के साथ अमानवीय व्यवहार 
ABVP के राष्ट्रीय मंत्री हुश्यार सिंह मीणा का कहना है कि छात्रों के साथ पुलिस अमानवीय व्यवहार कर रही है. राजस्थान सरकार की मिलीभगत से पुलिस प्रशासन ने किया छात्र समुदाय के साथ धोखा दे रही है. सीएम को काले झंडे दिखाने वाले मामले में विद्यार्थी परिषद के 6 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले रखा है और पढ़ने वाले छात्रों पर संगीन धाराएं लगाकर गैर जमानती धाराएं के साथ गिरफ्तार कर रखा है. 


इस निमित्त अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने गांधीनगर पुलिस थाने का घेराव किया, जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने कहा कि सभी विद्यार्थियों को जल्द से जल्द कोर्ट में पेश किया जाएगा. इसी शर्त पर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता धरने से उठे,लेकिन पुलिस ने उनके साथ धोखेबाजी की और कार्यकर्ताओं को कोर्ट में पेश नहीं किया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस षड्यंत्र की कठोर शब्दों में निंदा करता है. 


एक ही मामले में दो FIR 
मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाने वाले इन सभी छात्रों के वकील आयुष मल्ल ने बताया एक ही घटना की दो-दो मुकदमें कर दिये हैं, जो संविधानिक तौर पर गलत है. धारा 151 में पाबंद किया और पुलिस थाने से छोड़ दिया गया. फिर उसी घटनाक्रम में धारा 147, 332, 353 और 188 मामला दर्ज करके गिरफ्तार किया. दो दिन तक इन सभी को थाने में रखा और न्यायालय ने छात्रों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. जमानत देने के लिए बहस हो गई है. कल इसपर आदेश आएगा. छात्रों के साथ हुई मारपीट में न्यायालय ने मेडिकल कराने के आदेश दिए हैं.


सरकारी काम में बाधा डालने पर हुई कार्रवाई
गांधी नगर थाने के थाना प्रभारी सुरेन्द्र यादव का कहना है कि सरकारी काम में बाधा डालने पर मामला दर्ज किया गया था. 


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