Bundi Internet Services: राजस्थान के उदयपुर में हुए हत्याकांड के बाद प्रदेश में बंद किए गए इंटरनेट को शुरू करने की प्रक्रिया कर दी गई है. कोटा संभाग के कोटा, बूंदी, बारां के शहरी क्षेत्रों को छोड़कर सभी ग्रामीण इलाकों में तत्काल प्रभाव से इंटरनेट सेवा को शुरू कर दी गई है. वहीं कोटा संभागीय आयुक्त दीपक नंदी ने आदेश जारी कर कोटा संभाग के चारों जिलों कोटा, बूंदी, बारां के पूरे शहरी क्षेत्रों में 2जी, 3जी, 4जी डाटा, इंटरनेट सर्विस, बल्क एसएमएस, एमएमएस, व्हाट्सएप्प, फेसबुक, ट्विटर और अदर सोशल मीडिया बाई इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (एक्सेप्ट वॉइस कॉल ऑफ ऑल लेंडलाइन, मोबाइल फोन, ऑल लीज लाइन एंड ब्रॉडबैंड यथासंभव हॉस्पिटल, बैंक और इंडस्ट्रीज को छोड़कर) पर आगामी आदेशों तक अस्थाई रोक लगाई है.


युवाओं की जल्द इंटरनेट शुरु करने की मांग
वहीं संभाग के झालावाड़ जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बहाल कर दी गई है. बता दें कि संभागीय आयुक्त दीपक नंदी ने 1 जुलाई को संशोधित आदेश जारी करते हुए 2 जुलाई की शाम 4 बजे तक इंटरनेट पर अस्थाई रोक लगाई थी. उधर इंटरनेट शुरू होने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है. जबकि शहरी क्षेत्रों में पहने वाले युवाओं ने सरकार से जल्द से जल्द इंटरनेट सेवाएं बहाल करने की मांग की है. 


Rajasthan News: केंद्र ने कहा- रोक दें ERCP का काम, सीएम अशोक गहलोत बोले- पानी के लिए बीजेपी अटका रही रोड़े


शहरी क्षेत्र में बंद है इंटरनेट
कोटा संभाग के आयुक्त दीपक नंदी ने इंटरनेट बहाली को लेकर जारी किए गए आदेश में कोटा जिले के नगर निगम क्षेत्र, बूंदी जिले के नगर परिषद, बारां नगर परिषद, अंता नगर पालिका के सभी सीमा क्षेत्र में सभी तरह की इंटरनेट सेवाएं बंद करने के निर्देश दिए हैं. ये सभी क्षेत्र संवेदनशील है. बूंदी पुलिस के विशेष सूत्रों के अनुसार कोतवाली थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मौलाना और उसके साथी को लेकर कानून व्यवस्था खराब ना हो, इस वजह से बूंदी शहरी क्षेत्र का इंटरनेट शुरू नहीं किया गया है.


सोमवार तक राजस्थान में नेट सेवा हो सकती है बहाल
सूत्रों की माने तो सोमवार तक पूरे प्रदेश भर में इंटरनेट सेवा बहाल हो सकती है. हालांकि कई जिलों मे इंटरनेट सेवा शुरू की गई है. गौरतलब है कि उदयपुर शहर के धानमंडी थाना क्षेत्र में 28 जून की दोपहर टेलर कन्हैया लाल की हत्या करने के बाद पूरे प्रदेश में इंटरनेट बंद कर दिया गया था. प्रदेश में कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने की बात कही गई थी. लेकिन 4 दिन बाद भी राजस्थान में नेट बंदी खत्म नहीं हो पाई है. नेट बंद होने से कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आम लोगों सहित वर्क फ्रॉम होम करने वाले लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है. 


Udaipur Murder Case: NIA की कस्टडी में भेजे गए कन्हैया लाल की हत्या के चारों आरोपी, कोर्ट ले जाते वक्त भीड़ ने की पिटाई