Rajasthan Loksabha Election 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव में कई सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस में कड़ी टक्कर है. लेकिन इन पांच सीटों पर बसपा की चाल से मामला त्रिकोणीय हो गया. इन सीटों की सीधी कमान बसपा के प्रभारी रामजी गौतम ने ले रखी है. बसपा सुप्रीमो मायावती भी अलवर में 17 अप्रैल को जनसभा को सम्बोधित करेंगी.
दरअसल, विधानसभा चुनाव में भी बसपा ने अपनी इसी रणनीति को अपनाया था. जिससे उन्हें दो सीटों पर जीत मिली थी. इस बार जालोर-सिरोही, नागौर, अलवर, भरतपुर और धौलपुर-करौली लोकसभा सीटों पर बसपा ने जातिगत समीकरण को साधते हुए मामला त्रिकोणीय कर दिया है.
'पांच सीटों पर हमारी मजबूती से लड़ाई है'बसपा के राजस्थान प्रभारी और सांसद रामजी गौतम का कहना है कि इन पांच सीटों पर हमारी मजबूती से लड़ाई है. जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर चुनाव लड़ा जा रहा है. हम, यहां पर फाइट कर रहे हैं. जिसकी वजह से यहां पर त्रिकोणीय माहौल है.
जानिए इन सीटों का हाल ? जालोर-सिरोही लोकसभा सीट पर बीजेपी ने अपने पुराने कार्यकर्ता लुम्बाराम को टिकट दिया है. कांग्रेस ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को मैदान में उतारा है. बसपा ने यहां से लाल सिंह राठौड़ को टिकट देकर सवर्ण और क्षत्रिय वोटर्स को साधने का काम किया है. इसी तरह से नागौर से बीजेपी ने पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा तो कांग्रेस ने हनुमान बेनीवाल को मैदान में उतरा दिया है.
इलको मिला मौकाजातिगत समीकरण को साधते हुए बसपा ने गजेंद्र सिंह राठौड़ को मैदान में उतार दिया है. अलवर में कांग्रेस ने विधायक ललित यादव को मौक़ा दिया है तो बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र को टिकट दिया है. इन दोनों यादवों के बीच में बसपा ने फजल हुसैन को प्रत्याशी बनाया है. यहां पर मेव वोटर्स पर बसपा की नजर बनी है.
बसपा ने विक्रम सिंह को बनाया प्रत्याशी भरतपुर पर बीजेपी ने पूर्व सांसद रामस्वरूप को उतारा है तो कांग्रेस ने संजना जाटव को टिकट दिया है. मगर यहां पर बसपा ने इंजीनियर अंजिला को टिकट दिया है. धौलपुर-करौली पर बीजेपी ने इंदू देवी को तो कांग्रेस ने भजनलाल जाटव को और बसपा ने विक्रम सिंह प्रत्याशी बनाया है. कुछ इस तरह से जातिगत समीकरण पर खेल खेला गया है.
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