अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के कफनवाड़ा गांव के MBBS छात्र अजीत सिंह चौधरी, जो रूस में 19 अक्टूबर से लापता थे, उनका शव 19 दिन बाद मिला है. 6 नवंबर को रूस के ऊफा शहर में ‘व्हाइट रिवर’ से सटे एक बांध में उनका शव मिलने की सूचना भारतीय दूतावास ने परिवार को दी. विदेश मंत्रालय ने अब शव को भारत लाने की प्रक्रिया तेज कर दी है. अजीत की मौत की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई.

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रूस में पढ़ाई कर रहा था अजीत

अजीत चौधरी (22) पुत्र रूप सिंह चौधरी, साल 2023 से रूस की बश्किर स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS की पढ़ाई कर रहा था. वह 19 अक्टूबर को सुबह करीब 11 बजे हॉस्टल से दूध लेने निकला था और आधे घंटे में लौटने की बात कही थी, लेकिन फिर वापस नहीं लौटा. लगातार खोजबीन के बावजूद कोई सुराग नहीं मिला था. 6 नवंबर को दूतावास ने सरस डेयरी चेयरमैन नितिन सागवान व परिवार को सूचना दी कि अजीत का शव एक बांध में मिला है.

दूतावास और सरकार ने शुरू की कार्रवाई

शव की पहचान अजीत के साथ पढ़ने वाले अन्य भारतीय छात्रों ने की है. अब विदेश मंत्रालय, रूस स्थित भारतीय दूतावास और रूसी प्रशासन के बीच समन्वय कर शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जाएगा. इसके बाद शव को भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसमें 2 से 3 दिन का समय लग सकता है. अधिकारियों के अनुसार, मंत्रालय हर स्तर पर मामले की मॉनिटरिंग कर रहा है ताकि शव जल्द से जल्द परिवार तक पहुंच सके.

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गांव में पसरा मातम, आंखों में छलके आंसू

अजीत की मौत की खबर मिलते ही कफनवाड़ा गांव में मातम छा गया. जाट छात्रावास में चल रही बैठक में जब यह सूचना पहुंची, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। सरस डेयरी अध्यक्ष नितिन सागवान, जिला प्रमुख बलवीर छिल्लर और BJP नेता बन्नाराम मीना ने परिजनों को दूतावास से मिली जानकारी दी. यह सुनते ही अजीत के पिता और दादा की आंखों से आंसू छलक पड़े. मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें सांत्वना दी और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई.