Nagaur News: नागौर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नागौर के बीजेपी विधायक मोहनराम चौधरी (BJP MLA Mohanram Chaudhary) की ओर से पहलवानों के आंदोलन (Wrestlers Protest) पर दिए गए बयान पर बवाल खड़ा हो गया है. विधायक चौधरी ने पहलवानों को बदनाम करने वाला टूल किट बताया था. उन्होंने कहा था कि यह आंदोलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को बदनाम करने की साजिश है.उन्होंने कहा कि पहलवान आज जो आरोप लगा रहे हैं, वे जांच अधिकारियों को यह नहीं बता पाए कि उनका शोषण कब और कहां हुआ था. पहलवान शोषण होने की अलग-अलग जगह बताते रहे हैं.


विधायक चौधरी के बयान को लेकर गुरुवार को नागौर में बलदेव मिर्धा धर्मशाला में जाट समाज ने एक बैठक की. इसमें समाज के वरिष्ठ लोगों की मौजूदगी में निंदा प्रस्ताव लाया गया.बैठक में विधायक से 28 मई तक माफी मांगने की बात कही गई.बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि यदि माफी नहीं मांगी जाती है तो जाट समाज बड़ा आंदोलन करेगा. 


अपने बयान पर बीजेपी विधायक ने क्या कहा है


एबीपी न्यूज से बातचीत में विधायक मोहनराम चौधरी ने बताया कि मेरा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का उद्देश्य नहीं था,मेरे बयान को गलत लिया गया है. वहीं जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने विधायक मोहन राम चौधरी द्वारा दिए गए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि राजनेताओं को क्या हो गया है,देश के राजनेता किस दिशा में जा रहे हैं? जो शोषण के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं उनको भी दोषी सिद्ध करने में लग गए हैं, ये राजनीति का निचला स्तर है.इस तरीके के बयान का हम पुरजोर से विरोध प्रकट करते हैं.


पीएम नरेंद्र मोदी के अजमेर दौरे को लेकर थी प्रेस कांफ्रेंस


नागौर में बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी के अजमेर दौरे को लेकर बीजेपी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस रखी हुई थी. इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सीआर चौधरी और नागौर विधायक मोहनराम चौधरी ने विभिन्न मुद्दों को लेकर जवाब दिए.विधायक चौधरी ने कांग्रेस सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर हमला बोला. उसके बाद वे पहलवानों के मुद्दे पर बयान देकर विवादों में आ गए.


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