Rajasthan Assembly Elections 2023: सांगोद विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह (Bharat Singh) का पत्र व्यवहार लगातार जारी है. आए दिन पत्रों के माध्यम से अपनी बात को लगातार रखते हैं. इस बार उन्होंने कांग्रेस राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) को सुझाव दिए हैं. उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी बात रखी है. वह इससे पहले भी कई बार सरकार को नसीहत दे चुके हैं. कांग्रेस सरकार या कोई मंत्री ही क्यों ना हो वह अपनी बात को बेबाकी से रखते हैं. मुख्यमंत्री तक को उन्होंने कई बार पत्र लिखकर कई मामलों से अवगत कराया है. इस बार उन्होंने रंधावा को लिखित में सुझाव दिए हैं.


भरत सिंह ने अपने पत्र में लिखा है, 'रंधावा जी आपने कांग्रेस विधायकों से मिल कर उनके सुझाव मांगे हैं. मैं आपको लिखित में मेरे सुझाव भिजवा रहा हूं. वर्ष 2023 के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं. गहलोत सरकार ने जनहित की बहुत सारी नि:शुल्क योजना प्रदेश में चला रखी है. योजना के आधार पर जनता वोट डाले तो हमको सारी 200 सीटों पर ही जीतना चाहिए.  क्या ऐसा होगा? इसका उत्तर तो मुख्यमंत्री जी ही दे सकते हैं. अगले चुनाव की संपूर्ण जिम्मेदारी मुख्यमंत्री को दें. पार्टी में सब कुछ उनकी मनमर्जी से होता है. चुनाव जीते तो पूरा यश उनको यदि नाव डूबी तो उसके लिए भी उनको ही जिम्मेदार माना जाए.'
 
75 प्रतिशत नए उम्मीदवार मैदान में उतारें
भरत सिंह ने दिए सुझाव में कहा कि चुनाव में 75 प्रतिशत नए उम्मीदवार मैदान में उतारे जाएं. साफ छवि के ईमानदार युवा को प्राथमिकता प्रदान की जाए. ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत राज के सदस्यों में से युवाओं और महिलाओं को प्राथमिकता प्रदान की जाए. बारां, झालावाड, बूंदी और कोटा में नवीन जिला अध्यक्ष बनाए जाएं. राजस्थान के राज्यसभा के सदस्यों को अलग-अलग संभाग की जिम्मेदारी सौंपी जाएं. अभी इनका योगदान शून्य है. सरकार द्वारा बीजेपी के विरोध का केंद्र बिंदु कोटा को बनाया जाए, यहां भ्रष्टाचार स्पष्ट दिखाई देता है. 


ये भी पढ़ें-


RPSC Paper Leak: 60 लाख में शेर सिंह ने खरीदा था RPSC का पेपर, कटारा के भांजे ने की थी मदद, खुद बताई पेपर लीक की कहानी