Rajasthan News: राजस्थान के बारां जिले के 16 गांव न केवल अपराध मुक्त है, बल्कि अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणा बन रहे हैं. यानी इन गांवों में पिछले 7 साल में एक भी मामला थानों तक नहीं पहुंचा है. इन गावों के पंच, सरपंच और गणमान्य लोगों की ओर से ही छोटे मोटे विवाद आपसी समझ से खत्म करते हैं. जागरूकता से लोग अपराध से दूर हैं. इन गांवों को पुलिस ने भी अपराध मुक्त घोषित कर दिया है. अब इन गांवों के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता से दिया जाएगा, ताकि अन्य ग्रामीणों को भी प्रेरणा मिल सके. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन गांव में अपराध नहीं होने की सबसे बड़ी वजह यह है कि यहां के ग्रामीण विवाद को बड़ा नहीं बनने देते. गांव के प्रबुद्धजन, युवा और ग्रामीण जनप्रतिनिधि आपस में मिल बैठकर ही किसी विवाद का निस्तारण कर लेते हैं. इसके चलते इन गांवों में होने वाले विवाद पुलिस तक पहुंचते ही नहीं हैं. ऐसे में यह गांव अन्य गांवों के लिए भी मिसाल बन रहे हैं.
पुलिस ने गांवों को किया है अपराध मुक्त घोषितएएसपी जितेंद्र कुमार जैन ने बताया कि जिले में अंता थाना क्षेत्र के सांगाड़ी विरान, कवाई थाना क्षेत्र के फत्तूखेड़ी और कड़ीखेड़ी, किशनगंज थाना के क्षेत्र के ढोलपुर, बोरेड़ा, मोती की रंडी गांव और बापचा थाना क्षेत्र के हास्याखेड़ी, सेमलखेड़ी, हफीजपुरा, अफजल गांव, हरनावदाशाहजी के सूरडीबेह, भंवरगढ़ थाना क्षेत्र के नयागांव संतोष सिंह और कस्बाथाना के नयागांव, बिलमपुर, गन्नाखेड़ी व शाहाबाद थाना क्षेत्र के उचावद गांव में साल 2015 से लेकर अब तक बीते 7 साल किसी भी प्रकार को कोई पुलिस केस दर्ज नहीं हुआ है. ऐसे में पुलिस ने इन गांवों को अपराध मुक्त गांव घोषित किया है.
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अन्य गांवों के लिए मिसाल बने यह गांवकवाई क्षेत्र के कानसिंह चौधरी ने बताया कि वे करीब 15 साल से सरपंच है. क्षेत्र का ही कड़ीखेड़ी गांव में पिछले कई सालों से अपराध मुक्त गांव है. यहां ग्रामीण आपसी सौहार्द्र व सामंजस्य के साथ रहते हैं. सीएलजी सदस्य अमरचंद ने बताया कि छोटा-मोटा झगड़ा होने पर दोनों पक्षों में समझ से विवाद नहीं बढ़ता है. पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने बताया की जिले में विभिन्न थाना क्षेत्रों के 16 गांव ऐसे हैं, जिनमें सात सालों में कोई केस दर्ज नहीं हुआ है. छिटपुट विवाद का ग्रामीणों, वरिष्ठजनों और जनप्रतिनिधियों की ओर से समझ कर निस्तारण कर दिया जाता है. यह अपराध मुक्त गांव अन्य गांवों के लिए भी मिसाल बन रहे हैं. विभाग की ओर से अन्य गांवों को भी जागरूक किया जाएगा.
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