राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान विधानसभा आए इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी. गहलोत ने बाढ़ के हालात को देखते हुए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग की.
अशोक गहलोत ने राज्य में बारिश और बाढ़ के हालात पर चिंता जताते हुए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने या फिर मौजूदा सत्र को आगे बढ़कर इस पर विशेष रूप से चर्चा कराए जाने की मांग की. इसके अलावा किसानों और दूसरे प्रभावित लोगों के लिए विशेष राहत पैकेज दिए जाने की मांग की.
सदन में सीसीटीवी कैमरों पर क्या कहा?
अशोक गहलोत ने राजस्थान विधानसभा के सदन में सीसीटीवी कैमरे के मामले में चल रहे कांग्रेस के प्रदर्शन पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा, "हमारे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मामले को बहुत अच्छी तरह उठाया है. मौजूदा सरकार से हम कोई उम्मीद नहीं कर सकते कि अगले सत्र से पहले यह कैमरे हटा लिए जांए, लेकिन हमारे लीडर ऑफ अपॉजिशन इस मामले में तय करेंगे कि यह आंदोलन कितना आगे लेकर जाया जाए.
बता दें कि कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष वाले ब्लॉक में हिडन कैमरे लगाए जाने को लेकर प्रदर्शन किया. कांग्रेस ने भजनलाल सरकार पर निगरानी करने का आरोप भी लगाया.
'ऐसा लग रहा है गवर्नेंस ही नहीं'
वहीं राजस्थान में बाढ़ के हालात के दौरान आपदा प्रबंधन और कथित रूप से बिगड़ी कानून व्यवस्था के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "ऐसा लग ही नहीं रहा कि राजस्थान में गवर्नेंस भी है. अजमेर में जो बांध टूटा लोगों के घरों में पानी भर गया लोगों के नुकसान हुआ. मैं खुद होकर आया. मैं मुख्यमंत्री से भी बात की और विधानसभा अध्यक्ष से भी की. इस मामले को अलग से मानते हुए विशेष पैकेज दिया जाना चाहिए अलग से सर्वे होना चाहिए."